



भोपाल। एमपी नगर थाना क्षेत्र स्थित जोन-2 में एक जाने-माने बिल्डर और उनके दो साथियों को एक जालसाज ने मोबाइल टॉवर लगाने वाली कंपनी में निवेश के नाम पर 27 लाख रुपए का चूना लगा दिया। आरोपी ने कहा था कि कंपनी में निवेश करने पर काफी अधिक लाभ मिलेगा। निवेश के नाम पर रुपए लेने के बाद आरोपी जालसाज ने न तो लाभ दिलाया और न ही रुपए लौटाए। पुलिस ने जांच के बाद धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर लिया है।
आरोपी मूलत: होशंगाबाद का रहने वाला है। एमपी नगर थाने के उप निरीक्षक सूरज सिंह रघुवंशी ने बताया कि मुकेश जैन शीतल इंफ्रास्ट्रक्चर नाम से एमपी नगर जोन-2 में व्यवसाय करते हैं। वे बिल्डर हैं। वर्ष 2017 में उनसे होशंगाबाद निवासी भानुप्रताप सिंह चौहान मिला और खुद को हयात कम्युनिकेशन कंपनी का बड़ा अधिकारी बताया। हयात कम्युनिकेशन मोबाइल टॉवर लगाने का काम करती थी।
हयात से निकलने के बाद भी चौहान ने जानकारी छिपाई और फरियादी व उसके साथियों को बताया कि इस धंधे में 30 से 40 प्रतिशत का मुनाफा है। जालसाज के झांसे में आए मुकेश जैन स्वयं और दोस्त के मिलाकर 27 लाख रुपए जालसाज को आरटीजीएस व अन्य माध्यम से दे दिए। 2018 में फरियादी ने कहा कि मैंने इतनी मोटी रकम दी है, सुरक्षा के नाम पर कुछ दस्तावेज चाहिए।
तब जालसाज ने जुलाई 2018 में अपनी पत्नी की कंपनी के नाम खुले एक बैंक खाते का चेक पांच लाख रुपए का दे दिया। चेक पर पत्नी की उक्त कंपनी बंद हो चुकी है। चेक पर पत्नी के स्थान पर चौहान ने स्वयं हस्ताक्षर किए थे। इसके बाद जालसाज ने न तो फरियादी और उनके सहयोगियों का पैसा लौटा रहा और न ही कोई मुनाफा दे रहा है। ठगी का खुलासा होने के बाद फरियादी ने एमपी नगर थाने में शिकायती आवेदन दिया था। पुलिस ने आवेदन जांच के बाद धोखाधड़ी का प्रकरण दजज्कर जांच शुरू कर दी है।