आजादी पर दिए गए बयान के कारण फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत विवादों में हैं। उनके बयान को लेकर विपक्षी पार्टियां भी देशभर में उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जा रही है। कंगना चौतरफा हमलों के बाद भी अपने बयान पर कायम है।
बता दें कि कंगना रनौत का एक वीडियो इस समय इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। वे एक निजी न्यूज चैनल से बात करते हुए यह सुनी जा रही हैं कि ‘1947 में इस देश को आजादी नहीं बल्कि भीख मिली थी।
असली आजादी वर्ष 2014 में मिली है, यानी केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद ही इस देश को आजादी को मिली है।
कांग्रेस नेता मोहम्मद सिद्दीक ने जानकारी देते हुए बताया कि सुर्खियों में रहने के लिए भाजपा के छिपे एजेंडे के तहत कंगना रनौत ने देश की आजादी को “भीख में मिली आजादी कह” कर देश पर कुर्बान हुए हजारों शहीदों का घोर अपमान किया है।
कंगना के बयान से देश के संविधान की मूल प्रस्तावना पर भी चोट हुई है, उन्होंने देश की एकता अखंडता को खंडित करने का अपराधिक प्रयास किया है। आजादी की लड़ाई में शहीद जवानों को अपमानित कर माफी वीरों की महिमा गाने वाली कंगना ने इतिहास को भी तोड़ मरोड़ कर रख दिया।
देश के शहीदों का अपमान बर्दाश्त से बाहर है, आज देश के शहीदों की आत्मा भी इन कथित देशभक्तों के कृत्यों से दुःखी होगी। इस दौरान कराने मुख्य रूप से वार्ड कांग्रेस अध्यक्ष
जावेद दद्दा, सुरेश बाफना, मुकुंद पंचाल, मनोज गोयल, आकाश यादव, सागर वाकडे, प्रशांत सोनी, सोमेश बघेल, जगदीश नायक सहित आदि मौजूद रहे।