



झांसी में रक्षा मंत्रालय से रिटायर्ड ऑफिसर को रौब झाड़ना महंगा पड़ गया। नाबालिग बेटी के फोन करने पर पुलिस उनके बेटे को पकड़कर थाने ले गई। यह खबर मिलते ही रिटायर्ड ऑफिसर लाल-नीली बत्ती जलाते और हूटर बजाते थाने पहुंच गए। वहां वह पुलिस वालों पर रौब झाड़ने लगे। कहने लगा- रक्षा मंत्रालय में हूं, समझ में नहीं आता। गाड़ी पर भी रक्षा मंत्रालय लिखा देख पुलिसकर्मी भी शांत रहे।



लेकिन, जब जांच पड़ताल हुई तो पता चला कि वह 10 साल पहले ही सेक्शन ऑफिसर के पद से रिटायर हो चुके हैं। रौब झाड़ने के लिए उन्होंने गाड़ी पर रक्षा मंत्रालय लिखा रखा है। मामला पुलिस अफसरों तक पहुंच गया। इसके बाद गाड़ी को सीज कर दिया गया। वहीं, बेटे का चालान कर दिया गया। मामला चिरगांव थाना क्षेत्र का है।
बेटी ने बुलाई थी पुलिस बरल गांव में रहने वाली एक नाबालिग लड़की ने शनिवार रात साढ़े 9 बजे बजे डायल 112 पर कॉल किया। उसने कहा- पापा रामकुमार अहिरवार मां और भाई से मारपीट कर रहे हैं। गाली-गलौज भी कर रहे हैं। सूचना पर चिरगांव पुलिस और डायल 112 मौके पर पहुंच गई। पुलिस रामकुमार को पकड़कर चिरगांव थाने ले गई।
अभी थाने में पुलिस रामकुमार से पूछताछ कर ही रही थी कि नीली-लाल बत्ती और हूटर लगी बोलेरो गाड़ी (यूपी 93 BQ 2573) थाने के अंदर पहुंच गई। उस पर रक्षा मंत्रालय भी लिखा था। गाड़ी से उतरे व्यक्ति ने बताया कि वह रामकुमार के पिता नाथूराम हैं।
10 साल पहले रिटायर हो गए थे बत्ती, हूटर और रक्षा मंत्रालय लिखी गाड़ी देखकर पुलिसकर्मी घबरा गए। फिर आसपास के एरिया के लोगों को फोन कर जानकारी जुटाई गई। जांच में पता चला कि नाथूराम रक्षा मंत्रालय में सेक्शन ऑफिसर के पद से 10 साल पहले रिटायर हो गए थे। अब रौब जमाने के लिए नाथूराम और उसका बेटा गाड़ी पर बत्ती-हूटर लगाए हैं। साथ ही रक्षा मंत्रालय लिखी प्लेट भी लगा रखी है। इसके बाद पुलिस अफसरों को जानकारी दी गई।
मोंठ सीओ देवेंद्र नाथ मिश्र ने बताया- गाड़ी पर लगी फल्सर लाइट और हूटर के बारे में पूछताछ करते हुए अधिकार पत्र मांगा, तो उचित जवाब नहीं मिला। इस पर पुलिस ने गाड़ी पर लगी लाइट और हूटर को उतारकर सीज कर दिया। साथ ही रामकुमार का धारा- 151 में चालान कर दिया।