



आगरा. यूपी के आगरा में दो युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पकड़े गए यह दोनों युवक डिजिटल अरेस्ट के बड़े अपराधी हैं. यह शातिर युवक पलक झपकटे ही लोगों को अपना शिकार बना लेते थे और लाखों की ठगी उनके साथ करते थे. जिसके बाद कड़ी मशक्कत के साथ पुलिस ने इन्हें पकड़ा. जब यह दोनों साइबर क्राइम के अधिकारी एसपी आदित्य कुमार के सामने पेश किए गये, तो पूछताछ में दोनों ने अफसर को बताया कि मैं सीबीआई अधिकार बनकर लोगों के साथ ठगी करता था.



साथ ही दोनों युवकों ने पूछताछ में खुलासा किया कि वह आगरा के स्कूल कॉलेज के बाहर आते-जाते थे. फिर वह स्कूल कॉलेज के कैंटीन और लाइब्रेरी में चले जाते थे. उनके ब्रांडेड कपड़े जूते और महंगे मोबाइल को देखकर स्टूडेंट्स उनसे काफी प्रभावित होते थे. फिर स्टूडेंट्स उनसे पैसा कमाने की ट्रिक पूछते थे. पैसे और लग्जरी लाइफ का लालच देकर यह इन स्टूडेंटस के खातों में लाखों रुपए मंगवाते थे और फिर उसमें से कुछ रुपये इन सभी को भी दे दिया करते थे.
बताते चलें कि साइबर अपराधियों के खिलाफ आगरा पुलिस ने अभियान छेड़ा हुआ है. आगरा में पुलिस ने डिजिट अरेस्ट कर ठगी करने वाले गैंग का खुलासा किया है. इस गैंग के दो शातिरों को गिरफ्तार किया है. जनवरी 2025 में एक महिला को डिजिटल अरेस्ट कर 2.80 लाख की ठगी की गई थी. ठगों ने खुद को CBI अधिकारी बताया और फिर महिला से ठगी की.
मामले में साइबर थाना पुलिस ने जनवरी में मुकदमा दर्ज किया था और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था. अब पुलिस ने इसी मामले में दो अन्य आरोपियों को और गिरफ्तार किया है. पुलिस पूछताछ में इन्होंने बताया कि यह लोग पहले गैंग बनाते थे और फिर डिजिटल अरेस्ट कर ठगी का काम करते थे.
गैंग में लड़कों को बढ़ाने के लिए यह कॉलेज की कैंटीन और लाइब्रेली में जाकर स्टूडेंट्स को लग्जरी लाइफ जीने का लालच देते थे और फिर उनके टेलीग्राम, वॉट्सएप के जरिए लोगों को डिजिटल अरेस्ट कर ठगी करते थे, इतना ही नहीं, यह शातिर ठगी की रकम भी इन्हीं स्टूडेंट्स के खाते में मंगवाते थे, और फिर तुरंत इस पैसे को लेकर क्रिप्टो करेंसी के तब्दील करते थे. इस गैंग के तार वियतनाम और दुबई जैसे देशों से भी जुड़े निकले हैं. अब पुलिस इस गैंग के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के प्रयास में जुट गई है.