दूसरी ओर तरफ स्कूल प्रबंधन का कहना है कि उनके विद्यालय में चारों धर्मों की प्रार्थनाएं कराई जाती है। पिछले कई सालों से ये प्रार्थना कराई जा रही है और इससे पहले कभी लोगों ने कोई एतराज नहीं किया। प्रिंसिपल ने कहा कि अभिभावकों की आपत्ति के बाद अब ये प्रार्थना बंद कर दी गई है। उसकी जगह पर अब केवल राष्ट्रीय गान गाया जा रहा है। प्रशासन ने तनाव को देखते हुए इस मामले को गंभीरता से लिया है। एसीपी सीसामऊ ने बताया कि उन्होंने परिजनों और स्कूल प्रबंधन से बात की है। स्कूल प्रबंधन ने भरोसा दिलाया है कि वो येे सुनिश्चित करेंगे कि विद्यालय में कोई भी प्रार्थना न की जाए। अब प्रार्थना की जगह विद्यालय में केवल राष्ट्रगान कराया जाएगा।