



रायपुर। राजधानी रायपुर जिला न्यायालय में कार्यरत भृत्य अमीर टंडन को थप्पड़ मारना कनिष्ठ महिला जज धारणी राणा को भारी पड़ गया। इस घटना से आक्रोशित चतुर्थ वर्ग श्रेणी के कर्मचारियों ने गुरुवार को काम बंद कर दिया। दोपहर यह मामला जिला एवं सत्र न्यायाधीश अब्दुल जाहिद कुरैशी के पास पहुंचा। उन्होंने दोनों पक्षों को बुलाकर उनकी बातें सुनीं। आखिरकार महिला जज ने न्यायिक कर्मचारियों के सामने अपनी गलती स्वीकार करते हुए भृत्य से माफी मांगकर पूरे विवाद का पटाक्षेप किया।



छत्तीसगढ़ न्यायिक कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष युधेश्वर सिंह ठाकुर, जिला अध्यक्ष आशुतोष शर्मा और न्यायिक लघुवेतन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष परेश दर्रो ने बताया कि बुधवार की शाम को पंचम व्यवहार न्यायाधीश (कनिष्ठ श्रेणी) धारणी राणा के समक्ष चतुर्थ वर्ग कर्मचारी अमीर टंडन हस्ताक्षर कराने के लिए फाइल लेकर गया था।
फाइल देखकर महिला जज ने ‘यह क्या ला रहे हो’ कहकर फाइल फेंक दी। फाइल उठाने के लिए अमीर झुका तो गुस्से में आकर जज ने उसके गाल पर थप्पड़ जड़ दिया। इस घटना से अमीर काफी आहत हुआ। परेशान अमीर ने कोर्ट से बाहर निकलकर इस घटना की जानकारी अपने साथी कर्मचारियों को दी।
न्यायिक कर्मचारी संघ ने की घटना की कड़ी निंदा
कर्मचारियों ने ज्ञापन सौंपकर जताया विरोध इस घटना के विरोध में तृतीय और चतुर्थ न्यायिक कर्मचारियों ने महिला जज के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। यूनियन के पदाधिकारियों का कहना था कि इस तरह की घटना न्यायिक प्रणाली की गरिमा को ठेस पहुंचाती है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
संघ के जिला अध्यक्ष परेश कुमार दर्रो ने बताया कि संघ के पदाधिकारियों, सदस्यों ने जिला एवं सत्र न्यायधीश से मुलाकात कर घटना को लेकर नाराजगी जताते हुए ज्ञापन सौंपा। वहां मौजूद महिला जज द्वारा माफी मांगने के बाद सभी कर्मचारी अपने काम पर लौट आए।