



डायबिटीज के मरीजों की संख्या दुनियाभर में तेजी से बढ़ती जा रही है। डायबिटीज एक ऐसी स्थिति है, जिसमें ब्लड शुगर लेवल काफी ज्यादा बढ़ जाता है। डायबिटीज कई तरह के होते हैं, जिसमें टाइप 1, टाइप 2, प्रीडायबिटीज और प्रेग्नेंसी डायबिटीज शामिल है। ऐसे में डायबिटीज के प्रति लोगों में जागरुकता होना बहुत ही जरूरी है। डायबिटीज की परेशानियों या जोखिमों को कम करने के लिए खानपान पर विशेष जोर देने की जरूरत होती है।



अगर आप सही डाइट प्लान फॉलो करते हैं, तो इससे काफी हद तक डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए कई तरह के आहार फायदेमंद होते हैं, इन आहार में करेले का जूस भी शामिल है। करेला मार्केट में काफी कम दाम में मिलता है।
40 रुपये किलो के भाव से मिलने वाले करेले के सिर्फ 1 से 2 पीस से आप जूस तैयार कर सकते हैं, जिसकी कीमत आपको काफी कम पड़ेगी। करेले के जूस का सेवन करने से डायबिटीज को काफी हद तक हम कंट्रोल कर सकते हैं। आइए जानते हैं डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए करेले का जूस कैसे फायदेमंद है और इसे किस तरह से तैयार करके पिया जा सकता है।
करेले का जूस डायबिटीज में कैसे है फायदेमंद?
करेले का जूस डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी हद तक फायदेमंद साबित हो सकता है। यह डायबिटीज रोगियों के लिए एक बेहतरीन ड्रिंक है। करेला आपके शरीर में ब्लड शुगर को कंट्रोल कर सकता है।
डाइट मंत्रा क्लीनिक की डायटीशियन कामिनी कुमारी का कहना है कि करेला जूस आपके इंसुलिन को एक्टिव बनाता है। जब आपका इंसुलिन एक्टिव होता है, तो आपके शरीर में शुगर पर्याप्त रूप से उपयोग की जाएगी और वसा में परिवर्तित नहीं होगी, जो अंततः वजन घटाने में भी मददगार साबित हो सकता है।
अध्ययनों के अनुसार, करेले में एंटी-डायबिटीक गुण होता है। उनमें से एक है चरैन्टिन, जो अपने ब्लड शुगर को कम करने में काफी हद तक प्रभावी हो सकता है। करेले में पॉलीपेप्टाइड-पी या पी-इंसुलिन नामक इंसुलिन जैसा यौगिक होता है, जो प्राकृतिक रूप से डायबिटीज को कंट्रोल कर सकता है। ये पदार्थ रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करने के लिए या तो व्यक्तिगत रूप से या एक साथ काम करते हैं।