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300रु. मिल सकता है घरेलू गैस सिलेंडर

देश में घरेलू एलपीजी सिलेंडर का बड़े स्तर पर हो रहा अवैध इस्तेमाल जो ग्राहक निर्धारित गैस सिलेंडर का उपयोग नहीं कर पाते, उनके शेष सिलेंडरों की हो रही कालाबाजारी, सरकार को 13 फीसदी जीएसटी का नुकसान पहुंचाया जा रहा, ब्लास्ट का खतरा घातक हो सकते हैं परिणाम ग्राहक दक्षता कल्याण फाउंडेशन ने पत्रकार वार्ता में किया खुलासा, जताई कार्यवाही की जरूरत

घरेलू गैस सिलेंडर में क्यू आर कोड ट्रैकिंग प्रारंभ करने की मांग

भिलाई-दुर्ग । देश में घरेलू एलपीजी सिलेंडर का बड़े स्तर पर अवैध इस्तेमाल किया जा रहा है। जो ग्राहक निर्धारित गैस सिलेंडर का उपयोग नहीं कर पाते उनके शेष सिलेंडरों की कालाबाजारी हो रही है। इस तरह एक ओर सरकार को 13 फीसदी जीएसटी का नुकसान पहुंचाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर ब्लास्ट का खतरा भी बढ़ रहा है। इसके घातक परिणाम हो सकते है।

इस तरह का खुलासा करते हुए ग्राहक दक्षता कल्याण फाउंडेशन के कार्यकारी संचालक शुभम रंगारी इनके आदेशानुसार देश में शहर-शहर जाकर जन जागरूकता के कार्यक्रम कर रही है। इस कार्यक्रम में भिलाई दुर्ग वासियों को जगाने और जागरूक करने की दृष्टि से भिलाई दुर्ग में प्रेस वार्ता के माध्यम से फाउंडेशन द्वारा पत्रकार वार्ता कर घरेलू गैस सिलेंडर से कमर्शियल गैस सिलेंडर एवं एलपीजी वाहनों में भरे जाने का खुलासा किया गया तथा शासन प्रशासन से कार्रवाई की मांग की गई।

60 फीसदी घरेलू सिलेंडरों का हो रहा व्यावसायिक इस्तेमाल

ग्राहक दक्षता कल्याण फाउंडेशन के कार्यकारी संचालक शुभम रंगारी ने बताया कि घरेलू गैस सिलेंडर एक बेहद सुरक्षित और गैर-प्रदूषणकारी ईधन है। वर्तमान समय में देश में 75 प्रतिशत नागरिक इसका उपयोग घरेलू उपयोग के लिए कर रहे हैं। 60 प्रतिशत घरेलू सिलेंडरों का उपयोग अवैध रूप से व्यावसायिक स्थानों पर किया जा रहा है। इनमें 14.2 किलोग्राम वाले सिलेंडरों का उपयोग 35 प्रतिशत जबकि 16 किलोग्राम या अन्य व्यवसायिक सिलेंडरों के मामले में 25 प्रतिशत कच्चे बिल का उपयोग खतरनाक तरीके से किया जा रहा है।

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