



भिलाई/ मेन्स राइट्सएसोसिएशन, छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने प्रेस वार्ता लेकर बताया की पुरुष अधिकारों के लिए, महिलाओं के लिए बने कानून के दुरुपयोग के विरुद्ध तथा पुरुष आयोग की मांग एवं पुरुषों के स्वास्थ्य व पुरुषों के बढ़ते आत्महत्या दर के गंभीर विषय, कानून के दुरुपयोग को आवश्यक रूप से दंडनीय बनाने एवं लैंगिक भेदभाव वाले कानून को संसोशन करके जेंडर न्यूट्रल बनाये जाने के कार्य योजना पर निरंतर संस्था कार्य करती रही है। संस्था द्वारा प्रत्येक शनिवार को ओल्ड नेहरू नगर पार्क, भिलाई, जिला – दुर्ग, छत्तीसगढ़ में शाम 5 बजे मीटिंग होती है तथा वहां पर प्रताड़ित और पीड़ित लोगों के समस्या का समाधान बताया जाता है। इसके साथ ही संस्था द्वारा प्रत्येक रविवार को शाम 5 बजे ऑनलाइन मीटिंग का भी आयोजन भी किया जाता है। संस्था के अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने प्रेस वार्ता में अतुल सुभाष की घटना का जिक्रर कर बताया की कैसे पुरुष प्रताड़ित हो रहे है उन्होंने बताया की बैंग्लोर में एक प्राइवेट कंपनी में कार्य करने वाला एक होनहार AI इंजीनियर था, जिसने कानून के दुरूपयोग और उसके उत्पीड़कों के द्वारा उसे प्रताड़ित किये जाने के सम्बन्ध में लगभग 1 घंटे 20 मिनट का वीडियो बनाकर तथा 24 पेज का अपना आत्महत्या पत्र लिखकर आत्महत्या कर लिया है।अतुल सुभाष ने अपने आत्महत्या पत्र और वीडियो में बताया है कि, किस तरह महिलाओं के लिए बने कानून का दुरुपयोग उसकी पत्नी, सास, साला और ससुराल के अन्य सदस्यों द्वारा किया जा रहा था, उसके विरुद्ध झूठे मुकदमें दाखिल किया जा रहा था, उसे उसके साढ़े चार साल के बच्चे से मिलने भी नहीं दिया जाता | अतुल सुभाष और उसके परिवार के विरुद्ध उसकी पत्नी द्वारा 9 प्रकरण दर्ज करवाए गए है।अतुल सुभाष ने अपने आत्महत्या पत्र और वीडियो में यह भी बताया है कि, उसकी पत्नी निकिता सिंघानिया और उसके परिवार वाले 3 करोड़ रुपयों की मांग करते। इस विषय में अतुल सुभाष ने प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय, जौनपुर, उतर प्रदेश को जानकारी दिया कि, ये लोग रुपयों के लिए मुझे और मेरे परिवार को फर्जी केस करके प्रताडित कर रहें है। मेरे द्वारा मेनटेंस का रूपया लेकर, मेरे ही रुपयों को दुरूपयोग मेरे विरुद्ध इस्तेमाल किया जा रहा है इस तरह से अतुल सुभाष को कानून का दुरुपयोग करके प्रताड़ित किया गया जिसे आता परेशान होकर अतुल सुभाष ने आत्महत्या कर ली, स्वर्गीय अतुल सुभाष की आत्मा की शांति के लिए उनके न्याय की मांग के लिए जागरूकता के लिए तथा उनके जैसे प्रताड़ित पुरुष स्वयं उनके परिजनों के लिए संगठन की ओर से रविवार शाम 5 सिविक सेंटर भिलाई में कैंडल मार्च का आयोजन किया जा रहा है


