दूर्ग। नगर पालीक निगम दू(र्ग दुर्ग शहर) के हृदय स्थल नगर निगम कार्यालय के पास ही एस.एल. आर.एम. सेंटर (कचरा संग्रहण केन्द्र) स्थित है। जिसमें आधे शहर का कचरा एकत्रित किया जाता है इससे उठने वाली बदबू, कीटाणु आसपास के क्षेत्र को प्रदुषित कर रहे हैं।इस एस.आर.एल.एम सेंटर के बगल की सडक फुलवारी स्ट्रीट है, साथ ही लगा हुआ दादा-दादी, नाना-नानी पार्क है जहां सैकड़ों नागरीक प्रातः योगा, कसरत, वॉक करते है।
सभी बेहद इसके बदबू से परेशान है ।इस केन्द्र के ठीक सामने साइंस सेन्टर है। जहां सैकड़ों लड़कियां रहकर अध्ययन करती है, उनकी परेशानी तो और भी अधिक बड़ी है। इस साइंस सेंटर के बगल में ही एस.पी. निवास है उससे लगा हुआ कलेक्टर निवास है।आखिर इतने सारे महत्वपूर्ण स्थल इस सेन्टर के चारों ओर होने के बावजूद जिस प्रकार यहां कचरा संग्रहित किया जा रहा है, यहां कचरे के निष्पादन की कोई विशेष प्रक्रिया भी नहीं अपनाई जाती।
वरन् कई गाय, बैल सांड इसके अन्दर घुसकर पालिथीन सहित कचरा खाते हैं, इससे गोवंश को भी हानि पहुंचाई जा रही है।और तो और इसके सिध 100 मीटर आगे महापौर धीरज बाकलीवाल का भी निवास है। उनके घर तक दुर्गंध अवश्य पहुंचती होगी। सेंटर के किनारे पर नारियल पानी, गुपचुप, इडली फल दुकान हैं। जिनके ग्राहक नाक बंद कर खरीदी करते हैं।इसे कई बार हटाने का प्रयास किए गए, तर्क दिए गए कि शहर में कहीं भी जगह नहीं मिल रही है।
ऐसे तर्क के आधार पर क्या हृदय स्थल पर कचरा एकत्र करने की अनुमति दी जा सकती है।एसी कार में आते जाते अधिकारीयों को इससे फर्क नहीं पड़ता होगा, लेकिन जनता को पड़ रहा है।नागरिको ने कई बार इस बाबत शिक़ायत वार्ड पार्षद, महापौर, विधायक से लेकर साँसद तक कर चुके है। अब सूत्र बताते है की इस मामले को बड़े आन्दोलन की तेयारी हो रही है।जिसकी जबावदारी जिला प्रशासन की होगी|