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पाकिस्तानी हसीना के हनीट्रैप में फंसकर लीक किए नेवी के सीक्रेट, 7 महीने रेकी कर NIA की कर्नाटक से गिरफ्तारियां

बेंगलुरु : कर्नाटक के कारवार से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इन पर कारवार नौसेना अड्डे की गोपनीय जानकारी पाकिस्तान को देने का आरोप है। सूत्रों के मुताबिक, ये मामला हनी-ट्रैपिंग का है। मतलब, पाकिस्तानी एजेंटों ने इन लोगों को हनीट्रैप में फंसाया और सेना की गोपनीय जानकारी हासिल की।

गिरफ्तार किए गए लोगों के नाम वेताना तंडेल और अक्षय नाइक हैं। वेताना तंडेल मुदुगा गांव के रहने वाले हैं, जबकि अक्षय नाइक हलवल्ली के हैं। NIA की छह सदस्यीय टीम ने मंगलवार को दोनों को हिरासत में लिया।

कोर्ट में पेशी के बाद ली हिरासत

एनआईए टीम सोमवार को कारवार पहुंची थी और रात भर शहर के पुलिस स्टेशन में रुकी। स्थानीय पुलिस की मदद से मंगलवार सुबह दबिश देकर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। बाद में उन्हें स्थानीय अदालत में पेश किया गया।

प्यार का जाल फंसाकर पाकिस्तानी महिला ने फंसाया

जांचकर्ताओं को शक है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों ने हनी-ट्रैपिंग के जरिए इन दोनों को फंसाया। एक महिला एजेंट ने 2023 में फेसबुक पर इनसे दोस्ती की। फिर धीरे-धीरे नौसेना क्षेत्र की गतिविधियों, युद्धपोतों के आने-जाने और सुरक्षा संबंधी जानकारी मांगने लगी। मतलब, उन्हें प्यार के जाल में फंसाकर उनसे राज की बातें उगलवाई गईं।

एनआईए 7 महीने से रख रही थी नजर

NIA ने अगस्त 2024 में तीन लोगों से पूछताछ की थी। ये तीन लोग थे तंडेल, नाइक और तोदुर के सुनी। ये सभी जासूसी के शक में थे। उस समय उन्हें छोड़ दिया गया था, लेकिन NIA उनकी गतिविधियों पर नज़र रख रही थी।

हैदराबाद के दीपक की गिरफ्तारी से खुला राज

आरोप है कि इन लोगों ने कारवार बेस की तस्वीरें और नौसेना की गतिविधियों की जानकारी पैसे के बदले साझा की। कहा जा रहा है कि उन्हें आठ महीने तक हर महीने 5,000 रुपये मिलते थे। ये जासूसी का जाल 2023 में हैदराबाद में दीपक और अन्य की गिरफ्तारी के बाद सामने आया।

नेवी बेस कैंटीन में कॉन्ट्रैक्ट पर करता था काम

अधिकारियों ने इन आरोपियों के बैंक खातों में पैसे जमा होने का पता लगाया है। यह पैसा जासूसी नेटवर्क से जुड़ा हुआ है। तंडेल और नाइक कारवार के चंद्या इलाके में आयरन एंड मर्करी नाम की कंपनी में कॉन्ट्रैक्ट पर काम करते थे। सुनील, जो पहले सी बर्ड नौसेना बेस कैंटीन में कॉन्ट्रैक्ट पर काम करता था, अब ड्राइवर है।

हो सकती हैं और गिरफतारियां

NIA गिरफ्तार लोगों से पूछताछ कर रही है और उनकी गतिविधियों के बारे में और जानकारी जुटा रही है। अधिकारी सी बर्ड अधिकारियों से भी बातचीत कर रहे हैं। माना जा रहा है कि इस मामले में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं, क्योंकि अधिकारियों को शक है कि इसमें एक बड़ा नेटवर्क शामिल है।

नेवी का महत्वपूर्ण बेस है INS कदंबा

आईएनएस कदंबा, जिसे नेवल बेस कारवार या प्रोजेक्ट सीबर्ड भी कहा जाता है, कर्नाटक में भारतीय नौसेना का एक महत्वपूर्ण अड्डा है। यह भारत का तीसरा सबसे बड़ा नौसेना अड्डा है। विस्तार के बाद, यह पूर्वी गोलार्ध का सबसे बड़ा नौसेना अड्डा बन जाएगा। भारत के दोनों विमानवाहक पोत, आईएनएस विक्रमादित्य और आईएनएस विक्रांत, कारवार में ही तैनात हैं। यह देश की पहली सीलिफ्ट सुविधा का घर है, जिसमें जहाजों और पनडुब्बियों को डॉक करने और बाहर निकालने के लिए एक शिपलिफ्ट और ट्रांसफर सिस्टम शामिल है। यह एक ऐसी तकनीक है जिससे जहाजों को पानी से उठाकर जमीन पर लाया जा सकता है।

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