



रायपुर। रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव को लेकर दोनों प्रमुख पार्टियों भाजपा और कांग्रेस ने अपने-अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं, जिससे चुनावी मुकाबला रोचक हो गया है। भाजपा ने पहले ही अपने प्रत्याशी के रूप में दो बार महापौर रह चुके और 2019 में सांसद निर्वाचित हुए सुनील सोनी का नाम घोषित कर दिया है। वहीं, अब कांग्रेस ने भी अपनी ओर से युवा नेता आकाश शर्मा को मैदान में उतारा है। आकाश शर्मा वर्तमान में युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष हैं और इससे पहले एनएसयूआई में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं।
हालांकि आकाश शर्मा का मुख्य अनुभव संगठन चुनावों तक ही सीमित रहा है और वे पहली बार बड़े चुनावी रण में उतर रहे हैं। उनके मुकाबले, भाजपा के सुनील सोनी को राजनीति में कई वर्षों का अनुभव है, जिसमें वे दो बार रायपुर के महापौर और रायपुर के सांसद रह चुके हैं। सुनील सोनी की शैक्षणिक योग्यता एम.कॉम है, और वे अपने छात्र जीवन में दुर्गा कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी आकाश शर्मा भी एम.कॉम हैं और वे मैक कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष रह चुके हैं।


इस उपचुनाव में कांग्रेस ने आकाश शर्मा को मौका देकर नए चेहरे को तरजीह दी है, जबकि पार्टी के भीतर से कई अन्य नेताओं ने भी दावेदारी की थी। नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे और कन्हैया अग्रवाल ने भी अपनी उम्मीदवारी के लिए प्रयास किए थे, यहां तक कि दोनों ने नामांकन फॉर्म तक खरीद लिए थे। हालांकि, प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) द्वारा मिले संकेतों के बाद से ही इन दावेदारों की संभावनाएं लगभग खत्म हो गई थीं, और अब आकाश शर्मा को पार्टी की ओर से औपचारिक रूप से उम्मीदवार घोषित कर दिया गया है।
उपचुनाव को लेकर डरी हुई है भाजपा: बैज
इधर, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि रायपुर दक्षिण उपचुनाव को लेकर भाजपा डरी हुई है। यही कारण है कि अपने वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है। कांग्रेस उपचुनाव को लेकर पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि इस बार पार्षदों को बड़ी जिम्मेदारियां दी गई है। इस बार चुनाव लड़ने वाले पार्षद भी वार्ड से लीड दिलाएं।
बतादें कि चुनाव आयोग ने 15 अक्टूबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर छत्तीसगढ़ की रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर उपचुनाव का ऐलान किया था, जिन पर 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे, जबकि यहां मतगणना 23 नवंबर को होगी।