



एंटी माफिया अभियान के तहत प्रदेश में खरगोन शहर के भीतर बेशकीमती शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। वर्षाें से शासकीय भूमि पर अतिक्रमण किया गया था। जमीन का अनुमानित बाजार मूल्य करीब 60 करोड़ रुपये है। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के निर्देशन में बुधवार को तीन विभागों की संयुक्त कार्रवाई में कुल 11 एकड़ 76 डेसीमल भूमि अतिक्रमण से मुक्त कराई गई है।



कलेक्टर कुमार ने कहा कि यह भूमि शासकीय रिकार्ड में प्रबंधक कलेक्टर के नाम से दर्ज है। इस पर बिना किसी अधिकार के कब्जा किया हुआ था। अतिक्रमण हटाकर शासकीय स्वामित्व में लिया जाएगा। एसडीएम ओमनारायण सिंह ने बताया कि खसरा नंबर 102 व 104 पटवारी हल्का पांच की कुल 11.एकड़ 76 डेसीमल भूमि के स्वामी प्रबंधक कलेक्टर हैं। मांगरूल रोड़ स्थित भूमि पर मां बाघेश्वरी कृषि मार्फ बनाकर योगेश ठक्कर द्वारा अतिक्रमण किया गया था
एसडीओपी राकेश गुप्ता ने बताया कि अतिक्रमण कर्ता पर वर्ष 2017 में मेनगांव थाने में कई धाराओं में प्रकरण दर्ज हैं। उन पर भादसं 1860 में और अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति (नृशंसता निवारण) अधिनियम 1989, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 की विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज है। इन मामलों को लेकर एसपी धर्मवीर सिंह ने कहा कि अतिक्रमणकर्ता पर 2017 में एट्रोसिटी एक्ट की विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज है। अब तक उस मामले में क्या कार्रवाई हुई है। इसकी जानकारी लेकर आगे वैधानिक कार्रवाई करने की जरूरत होगी तो की जाएगी।
कृषि फार्म बनाकर योगेश ठक्कर द्वारा भूमि का उपयोग करना पाया गया। फार्म पर अतिक्रमण कर 2.0 बाय 40 फीट द्वोत्र में रखे गए सूखे चारे, 30 बाय 40 फीट में बने भवन और 25 बाय 60 फीट में स्थापित टीन शेड का तोड़ा गया। इसके अलावा अन्य क्षेत्र में कृषि भूमि करते पाया गया। मौके पर कलेक्टर कुमार एसडीएम सिंह और नगर पालिका सीएमओ प्रियंका पटेल को पूरी भूमि खाली करा कर भूमि को शासकीय अधिपत्य में लेने के निर्देश दिए हैं।
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