ओडिशा-बंगाल में चक्रवात यास का तांडव,सेना ने संभाला मोर्चा

अति गंभीर चक्रवात का रूप धारण कर चुके यास चक्रवात (Cyclone Yaas) ओडिशा के तट से टकरा गया है। जो 2-3 घंटों तक चलेगी। इसकी वजह से कई इलाकों में तेज हवाएं और भारी बारिश हो रही है। कई जगहों पर पेड़ों के उखड़ने की तस्वीर भी देखने को मिली है। यास की वजह से पश्चिम बंगाल में तट के कई किमी दूर तक दूकानों और घरों में पानी भर गया है। मौसम विभाग ने बंगाल व ओडिशा के लिए रेड अलर्ट (भारी बारिश की आशंका) जारी किया है। वहीं, चक्रवात से खतरे को देखते हुए बंगाल और ओडिशा में 12 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। झारखंड, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और अंडमान निकोबार द्वीप में भी बचाव के लिए तैयारियां तेज कर दी गई हैं।

पूर्वी रेलवे के जीएम मनोज जोशी ने कहा, चक्रवात को देखते हुए हमने चौबीसों घंटे समर्पित नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं। सभी ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। कोविड रोगियों के लिए ऑक्सीजन का पर्याप्त भंडारण किया गया है। ओवरहेड वायरिंग फेल होने की स्थिति में हमने अपने डीजल इंजनों को भी तैनात किया है।

 

– आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि कल सुबह यास झारखंड पहुंचेगा तब इसके हवा की गति 60-70 किलोमीटर प्रति घंटे होगी। ओडिशा के अंदर के जिलों में भी हवा की गति 60-70 किलोमीटर प्रति घंटे रहेगी। तूफान बालेश्वर के दक्षिण में ओडिशा तट को पार कर रहा है। अभी इसके हवा की गति 130-140 किलोमीटर प्रति घंटे है। लैंडफॉल प्रक्रिया अभी चल रही है जो 3 घंटे में पूरी होगी। इसके बाद ये कमजोर होकर उत्तर पश्चिम दिशा में गति करेगाओडिशा के विशेष राहत आयुक्त पीके जीना ने कहा कि लैंडफॉल की प्रक्रिया लगभग 9 बजे शुरू हुई और इसके 3-4 घंटे तक जारी रहेगी। उम्मीद है कि  चक्रवात का पूरी तरह से पहुंच जाएगा। इस दौरान हवा की गति 120-140 किमी प्रति घंटा रहने का अनुमान है। वहीं, मयूरभंज जिले में हवा की गति 100-110 किमी प्रति घंटे के आसपास रहने का अनुमान है। उसके बाद, यह धीरे-धीरे धीमा हो जाएगा।पिछले 24 घंटे के दौरान 100 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई है। जेना ने बताया कि एनडीआरएफ के अलावा एसडीआरएफ की 60 टीमें, 205 अग्निशमन जवान, 86 पेड़ काटने वाली टीमें और 10,000 बिजली कर्मचारी तैनात किए गए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Previous post कोरोना मानवता पर सबसे बड़ा खतरा, वैज्ञानिकों पर गर्व पीएम मोदी
Next post रामदेव को IMA ने भेजा 1000 करोड़ का मानहानि नोटिस