



महाराष्ट्र में मराठी ना बोलने वाले हिंदी भाषियों को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा पीटा जा रहा है। कई वीडियो सोशल मीडिया पर इससे संबंधित वायरल हो रहे हैं। बीते दिनों राज ठाकरे ने भी कहा था कि अगर कोई मराठी ना बोले तो उसे मारो, लेकिन वीडियो ना बनाओ। इस मामले में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने बयान देते हुए कहा था कि अगर राज ठाकरे में इतनी ही हिम्मत है तो वह बिहार आकर दिखाएं। पटक-पटककर मारा जाएगा। निशिकांत दुबे के इस बयान पर अब महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस का रिएक्शन आया है।



निशिकांत दुबे के बयान पर देवेंद्र फडणवीस का रिएक्शन
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘पहली बात ऐसी है कि निशिकांत दुबे का बयान यदि आप सुनेंगे तो उन्होंने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के संदर्भ में बोला है, सभी मराठी लोगों के बारे में नहीं। मेरे विचार से इस तरीके का बयान देना योग्य नहीं है, क्योंकि उसका जो मतलब निकलता है वह लोगों के मन में भ्रम पैदा करता है। मैं फिर से कहूंगा कि मराठी मानुष का ऐतिहासिक योगदान इस महाराष्ट्र के निर्माण में है। जब आक्रमणकारियों ने भारत की संस्कृति को खत्म करने का प्रयास किया था, तब भारत की संस्कृति को जिंदा रखने का काम छत्रपति शिवाजी महाराज, संभाजी महाराज ने किया और इसके बाद मराठाओं ने भारत की संस्कृति को जिंदा रखने के लिए आक्रांताओं के खिलाफ लड़ाई लड़ी।’
अब्दाली समझौते के लिए तैयार था, मराठा नहीं: देवेंद्र फडणवीस
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि देश के जीडीपी में सबसे ज्यादा योगदान महाराष्ट्र का है। मुझे लगता है कि महाराष्ट्र और मराठी लोगों का योगदान इस देश के इतिहास में, इस देश के वर्तमान में कोई भी नकार नहीं सकता है। अगर यदि कोई ऐसा करता है तो वह बेहद गलत है। फडणवीस ने कहा, “मैं अपनी बात फिर से दोहराता हूं, मराठी लोगों ने राज्य के लिए बहुत बड़ा योगदान दिया है। जब आक्रमणकारियों ने हमारी संस्कृति पर हमला करने की कोशिश की, तो छत्रपति शिवाजी महाराज, छत्रपति संभाजी महाराज और मराठों ने पूरे देश में लड़ाई लड़ी। पानीपत की तीसरी लड़ाई के दौरान, अब्दाली समझौता करने के लिए तैयार था, लेकिन हमारे मराठों ने ऐसा नहीं किया।”
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