दिल में दहशत लोगों का चल रहा था इलाज, अज़ोवस्टल प्लांट पर रूस ने गिराए बम

दिल में दहशत लोगों का चल रहा था इलाज, अज़ोवस्टल प्लांट पर रूस ने गिराए बम

मॉस्को : रूस के भीषण हमलों के बीच यूक्रेन ने एक वीडियो जारी किया है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो रूसी बमबारी के बाद मारियुपोल के एक सैन्य अस्पताल का है जिसमें सैकड़ों लोग छिपे हुए थे। अजोव ब्रिगेड की ओर से जारी तस्वीरें अज़ोवस्टल प्लांट के भीतर का नजारा दिखाने का दावा कर रही हैं। यूक्रेन के प्रमुख बंदरगाह शहर मारियुपोल पर रूस का कब्जा हो चुका है। लेकिन अभी भी करीब 2000 लोग अज़ोवस्टल प्लांट के भीतर फंसे हुए हैं, जो मारियुपोल का अंतिम यूक्रेनी गढ़ है।

डेलीमेल की खबर के अनुसार माना जा रहा है कि अस्थायी अस्पताल के भीतर 600 लोग मौजूद हैं, जिनमें 50 से अधिक बच्चे और बुजुर्गे हैं। यहां युद्ध में घायल लोगों का इलाज किया जा रहा था। यूक्रेनी सेना की 36वीं ब्रिगेड के कमांडर मेजर सेरही वोलिना ने स्थिति को ‘मुश्किल’ करार देते हुए स्काई न्यूज से कहा कि सैन्य अस्पताल पर सीधा हमला हुआ है।

यह हमला ऐसे समय पर हुआ है जब पुतिन ने स्टील प्लांट पर हमले रोकने और सभी रास्तों को बंद करने का आदेश दिया है।मारियुपोल के मेयर के सहायक पेट्रो एंड्रीशचेंको ने शुक्रवार को कहा कि हर दिन वे अज़ोवस्टल पर कई बम गिराते हैं। उन्होंने कहा कि लड़ाई, गोलेबारी और बमबारी रुकी नहीं है। रूसी सैनिकों से घिरे होने के बावजूद मारियुपोल के स्टील प्लांट के भीतर मौजूद यूक्रेनी सैनिक सरेंडर करने से इनकार कर चुके हैं। सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में एक बचावकर्मी मलबे में खुदाई करते हुए नजर आ रहा है।

एक शख्स बुरी तरह कांपते हुए देखा जा सकता है जिसके हाथ में पानी की बोतल है। हर तरफ अंधेरा और धुआं नजर आ रहा है। अजोव ब्रिगेड एक वालंटियर मिलिट्री यूनिट है जिसमें करीब 900 सदस्य हैं और सभी अति-राष्ट्रवादी हैं। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने बीते दिनों पहले रूस और फिर यूक्रेन का दौरा किया था। जेलेंस्की से पहले मंगलवार को गुतारेस ने पुतिन से मुलाकात की। इस दौरान रूसी नेता ने संयुक्त राष्ट्र और आईसीआरसी (International Committee for the Red Cross) को अज़ोवस्टल प्लांट में फंसे लोगों के निकासी अभियान में शामिल होने पर सहमति जताई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Previous post पाकिस्तानी PM शहबाज शरीफ की बेइज्जती, मस्जिद में घुसते ही लगने लगे ‘चोर-चोर’ के नारे सऊदी अरब
Next post ‘बोरे बासी’ से श्रम को सम्मान मजदूर दिवस पर