मरच्‍यूरी का फ्रीजर बंद होने से शव डीकंपोज, चेहरे पर पड़ा फफूंद

भिलाई इस्पात संयंत्र के सेक्टर-9 अस्पताल के शव घर में दो दिन पहले रखा गया एक बीएसपी कर्मी का शव डीकंपोज हो गया। बताया जाता है कि एसी खराब होने की वजह से यह स्थिति बनी। अंतिम संस्कार के लिए बुधवार को शव लेने पहुंचे परिजनों को घटना की जानकारी होते ही हंगामा शुरू हो गया। इस दौरान विभिन्न कर्मचारी संगठनों के नेता भी पहुंच गए। डायरेक्‍टर से इस्‍तीफा तक मांगते हुए प्रबंधन को जमकर कोसा गया।जानकारी के अनुसार भिलाई इस्पात संयंत्र के जल प्रबंधन विभाग में कार्यरत वेणुगोपाल का निधन दो दिन पहले सामान्य बीमारी से सेक्टर-9 अस्पताल में हो गया था। वेणु गोपाल परिजनों ने शव को अस्पताल के शव घर में रखवा दिया था। बुधवार सुबह अंतिम संस्कार के लिए शव लेने जब परिजन शव घर पहुंचे तो स्थिति देखकर दंग रह गए।बताया जाता है कि वेणु गोपाल का शव डीकंपोज हो गया था। घटना की जानकारी लगते ही कुछ ही देर में यूनियन के नेता भी वहां पहुंच गए। उन्होंने अस्पताल की अव्यवस्थाओं को लेकर जमकर हंगामा मचाया। उनका कहना था कि प्रबंधन की लापरवाही से इस तरह की स्थिति निर्मित हुई है। इस दौरान भीड़ में से कुछ कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए सेक्टर 9 अस्पताल के ईडी डॉक्टर इस्सर से भी इस्तीफा की मांग की।

जानकारी लगने के बाद भिलाई इस्पात संयंत्र के ईडी पीएंडए एसके दुबे और सेक्टर-9 अस्पताल के ईडी डॉक्टर इस्सर भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटना के लिए जिम्मेदार व्यक्ति पर कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद मामला शांत हुआ और परिजन शव को लेकर अंतिम संस्कार करने रवाना हुए।

आक्रोशित सीटू नेताओं ने बताया कि वेणुगोपाल का शव जिस फ्रीजर में रखा गया था। वह फ्रीजर बंद था और बॉडी पूरी तरह से डीकंपोज हो गई थी। चेहरा पर फफूंद आ गया था। बॉडी से बदबू आ रही थी, जिसके बाद फ्रीजर को चेक किया गया तो फ्रीजर बंद था। इसके बाद ऑपरेटर आकर उसे चालू करने का प्रयास किया। जब आपरेटर से पूछा गया तो उसने कहा कि शायद यह पहले से ही बंद था।

शव पर फफूंद देखने के बाद परिजनों ने बॉडी को लेने से इन्‍कार कर दिया था। परिजनों और यूनियन के नेताओं ने अस्पताल के महाप्रबंधक के अलावा डॉ. विनायक, डॉक्टर इस्सर एवं ईडी पीएंडए एसके दुबे को मौके पर बुलाने की मांग की। कुछ समय बाद जिम्‍मेदारी अधिकारी मौके पर पहुंचे और परिजनों को किसी तरह शांत कराया।

वेणुगोपाल के छोटे भाई ने जिम्मेदार अधिकारियों से कहा-सर मेरी बहन केरल से आई है। मेरी बुजुर्ग मां, भाभी भाई का चेहरा देखने के लिए इंतजार कर रहे हैं, क्या मैं यही चेहरा उनको दिखाऊं। जिस तरह से मेरे भाई की बॉडी की जो दुर्गति की गई है, इसके लिए कौन जिम्मेदार है। हम सेक्टर-9 हॉस्पिटल को अच्छा मानते थे। इस पूरे घटनाक्रम में सभी ने अस्पताल प्रबंधन पर उनकी लापरवाही के लिए नाराजगी जाहिर की। उच्च प्रबंधन में बैठे लोग अपने केबिन से बाहर नहीं निकल रहे हैं। सिर्फ और सिर्फ निर्देश दे रहे हैं, जिसका परिणाम यह है।

हिंदुस्तान स्टील इम्‍प्‍लाइज यूनियन सीटू के उपाध्यक्ष एम. वेणुगोपाल का निधन 23 एवं 24 मई के दरमियानी रात में हुआ था। सीटू में रहते हुए लगातार दो बार सीटू के उपाध्यक्ष रहे। अपने विभाग, अपने मित्रों और यूनियन में अपनी बेबाकी और लोगों की मदद के लिए जाने जाने वाले वेणुगोपाल नंबियार का शव सेक्टर-9 अस्पताल की मरच्यूरी में रखा गया था। वे भिलाई इस्पात संयंत्र के वाटर मैनेजमेंट डिपार्टमेंट में कार्यरत थे। परिवार में पत्नी, पुत्री, मां एवं छोटा भाई है।

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