



इस्लामाबाद: पाकिस्तान के बलूचिस्तान में सक्रिय विद्रोही समूह बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने भारत-पाकिस्तान संघर्ष पर अपनी भूमिका को स्पष्ट किया है। बीएलए ने दो टूक लहजे में बताया है कि वह न तो किसी का मोहरा है और ना ही मूक दर्शक। उसने भारत को सतर्क करते हुए कहा कि पाकिस्तान की शांति और युद्धविराम का वादा महज धोखा है। उसने यहां तक हाँ कि पाकिस्तान के वादों पर विश्वास करने का समय बीच चुका है। बीएलए ने भारत को भरोसा दिलाया कि अगर वह पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करता है तो वह पूर्वी और पश्चिमी मोर्चे पर पाकिस्तानी सेना के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करेगा। उसने यहां तक कहा कि पाकिस्तान को खत्म किए बिना इलाके में कभी भी स्थायी शांति नहीं हो सकती है।



बीएलए किसी का मोहरा नहीं
सोशल मीडिया पर जारी किए लिखित बयान में बीएलए ने कहा, “बलूच लिबरेशन आर्मी चल रहे और बढ़ते संघर्षों और क्षेत्रीय तनावों की पृष्ठभूमि में अपनी स्पष्ट स्थिति प्रस्तुत करती है। हम इस विचार को दृढ़ता से अस्वीकार करते हैं कि बलूच राष्ट्रीय प्रतिरोध किसी राज्य या शक्ति का प्रतिनिधि है। बीएलए न तो मोहरा है और न ही मूक दर्शक; बलूच लिबरेशन आर्मी एक गतिशील और निर्णायक पार्टी है। इस क्षेत्र के वर्तमान और भविष्य के सैन्य, राजनीतिक और रणनीतिक गठन में हमारा अपना उचित स्थान है और हम अपनी भूमिका से पूरी तरह अवगत हैं।”
पाकिस्तान की शांति और युद्धविराम महज धोखा
उसने कहा, “ऐसे समय में जब पाकिस्तान अपनी विफल सैन्य नीतियों और कूटनीतिक अलगाव से निराश होकर पारंपरिक धोखे और झूठी शांति के नारे लगा रहा है, हम भारत को एक बहुत ही स्पष्ट और स्पष्ट संदेश देना चाहते हैं: पाकिस्तान की ओर से शांति, युद्ध विराम और भाईचारे की हर बात महज एक धोखा, एक युद्ध की रणनीति और एक अस्थायी चाल है। इस राज्य का इतिहास टूटे वादों, पीठ में छुरा घोंपने और आतंकवाद के संरक्षण में लिखा गया है। यह एक ऐसा राज्य है जिसके हाथ खून से रंगे हैं और जिसका हर वादा खून से लथपथ है।”
पाकिस्तान के वादों पर विश्वास करने का समय खत्म
BLA ने कहा है, “हम भारत और क्षेत्र के अन्य देशों से कहते हैं कि पाकिस्तान के वादों पर विश्वास करने का समय बीत चुका है। अब समय आ गया है कि उपमहाद्वीप और दुनिया इस आतंकवादी राज्य के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करे। पाकिस्तान न केवल वैश्विक आतंकवादियों के लिए प्रजनन स्थल रहा है, बल्कि लश्कर-ए-तैयबा जैश-ए-मोहम्मद और आईएसआईएस जैसे घातक आतंकवादी समूहों के राज्य प्रायोजित विकास का केंद्र भी रहा है। आईएसआई इस आतंकवाद के पीछे का नेटवर्क है और इसके तत्वावधान में पाकिस्तान हिंसक विचारधारा वाला एक परमाणु राज्य बन गया है, जो अपने लोगों और पूरी दुनिया के लिए ज्वालामुखी बन रहा है।”
परमाणु शक्ति पाकिस्तान को हरा रहे हैं
उन्होंने कहा, “मातृभूमि बलूचिस्तान पर हमारा सशस्त्र संघर्ष इस बात का प्रमाण है कि बलूच राष्ट्र बिना किसी बाहरी सैन्य या वित्तीय सहायता के अपनी धरती पर दुनिया के सातवें परमाणु राज्य को हरा रहा है। हमने पहाड़ी मोर्चों, शहरी मोर्चों और हर दूसरे मोर्चे पर दुश्मन को असहाय कर दिया है। अगर हमें दुनिया से – खासकर भारत से – राजनीतिक, कूटनीतिक और रक्षा समर्थन मिले तो बलूच राष्ट्र इस आतंकवादी राज्य को खत्म कर सकता है और एक शांतिपूर्ण, समृद्ध और स्वतंत्र बलूचिस्तान की नींव रख सकता है। एक ऐसा बलूचिस्तान जो न केवल उपमहाद्वीप में आतंकवाद के निर्यात को स्थायी रूप से रोकेगा बल्कि इस क्षेत्र में शांति और समृद्धि का एक नया अध्याय भी शुरू करेगा।”
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