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अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ वृंदावन में महापंचायत, साधु-संतों ने दी नसीहत… अब समिति करेगी निगरानी

मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा के वृंदावन में कथावाचक स्वामी अनिरुद्धाचार्य को साधु-संतों ने कड़ी हिदायत दी है। उन्हें अपनी बातों पर विशेष रूप से ध्यान देने की नसीहत दी गई है। दरअसल, दिनेश फलाहारी महाराज ने अनिरुद्धाचार्य के बयानों के खिलाफ महापंचायत बुलाई थी। महापंचायत में पहुंचे साधु-संतों ने अनिरुद्धाचार्य को वाणी में संयम बरतने की नसीहत दी। साथ ही, महापंचायत के दौरान साधु-संतों की ओर से 11 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। यह अनिरुद्धाचार्य के बयानों की निगरानी करेगी।

बढ़ी है कथावाचक की मुश्किलें

वृंदावन में महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में कथावाचक अनिरुद्धाचार्य की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं। श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर-मस्जिद केस के मुख्य याचिकाकर्ता और संत समाज के वरिष्ठ सदस्य दिनेश फलाहारी बाबा ने उनके खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि अनिरुद्धाचार्य को ब्रज की भूमि पर रहने का कोई अधिकार नहीं है।

फलाहारी बाबा ने आरोप लगाया कि अनिरुद्धाचार्य कभी सीता माता, कभी राधारानी और कभी सामान्य महिलाओं के विरुद्ध अभद्र टिप्पणियां करते हैं। उन्होंने अनिरुद्धाचार्य को ‘व्यापारी भागवताचार्य’ बताते हुए कहा कि ऐसे लोगों का ब्रज की पुण्यभूमि से कोई वास्ता नहीं होना चाहिए।

महापंचायत में पहुंचे साधु-संत

अनिरुद्धाचार्य के बयान पर मचे विवाद के बाद संत समाज ने बड़ा कदम उठाते हुए आज दोपहर 1 बजे वृंदावन में एक महापंचायत बुलाई। इसमें ब्रज के सभी प्रमुख संत और ब्रजवासी भाग लेने पहुंचे। इस पंचायत में अनिरुद्धाचार्य पर धार्मिक और सामाजिक स्तर पर कड़ा निर्णय लिया गया। उन्हें अपनी वाणी पर संयम रखने की सलाह दी गई।

इससे पहले फलाहारी बाबा ने चेताया कि जिस तरह अनिरुद्धाचार्य ने व्यासपीठ की मर्यादा और वृंदावन की गरिमा का उल्लंघन किया है, वह क्षम्य नहीं है। उन्होंने कहा कि यह कोई पहली बार नहीं है, जब अनिरुद्धाचार्य ने आपत्तिजनक बयान दिया है।

कानूनी लड़ाई भी शुरू

अनिरुद्धाचार्य के बयान पर कानूनी मोर्चे पर भी कार्रवाई शुरू हो गई है। महिला अधिवक्ताओं प्रियदर्शिनी, पूजा शर्मा, भावना सेंगर और सौम्या शुक्ला ने वृंदावन के एसीजेएम प्रथम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। याचिका में भारत के नए भारतीय न्याय संहिता की सुसंगत धाराओं के तहत अनिरुद्धाचार्य पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई है।

इस पूरे मामले पर महिला संगठनों और हिंदूवादी संगठनों में भी भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। सभी ने एक सुर में अनिरुद्धाचार्य की सार्वजनिक रूप से माफी और सामाजिक बहिष्कार की मांग की है।

अनिरुद्धाचार्य ने दिया जवाब

अनिरुद्धाचार्य लगातार बढ़ रहे विवाद पर बयान दिया है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में कहते दिख रहे हैं कि एक समय था जब कपड़े उतारने को लेकर महाभारत होती थी। अब कपड़े पहनने की बात कह दी तो महाभारत हो रही है। आज मीडिया महाभारत करा रही है। लड़कियों के छोटे कपड़े, गर्लफ्रेंड-बॉयफ्रेंड के चलन पर कटाक्ष किया था। इसको लेकर लगातार विवाद गहराया हुआ है।

बढ़ रहे विवाद को लेकर ताजा वीडियो में अनिरुद्धाचार्य ने जमकर कटाक्ष किया है। उन्होंने मीडिया पर सवाल भी दागा है। उन्होंने कहा कि एक कथा में उन्होंने लिव इन रिलेशन को भी गलत बताया तो उनके खिलाफ कई तरह की बयानबाजी की जा रही है। उन्होंने कहा कि लिव-इन में रहेंगे तो चरित्रवान बच्चे कैसे पैदा होंगे?

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