






पीलापन देने के लिए रंग
साफ है कि सरसों के तेल में पाम आयल मिलाने के बाद उसे पीलापन देने के लिए ये रंग मिलाया गया। इसी तरह की एक कार्रवाई 26 नवंबर को शिकोहाबाद के एटा रोड पर शिव कुमार के किराना स्टोर पर की गई थी। यहां भी जांच रिपोर्ट में तेल को असुरक्षित बताया गया। तेल में बटर यलो रंग मिला पाया गया। थोड़े से मुनाफे के लिए मिलावटखोर लोगों के साथ धोखा कर रहे हैं।
वित्तीय वर्ष 2024-25 में विभागीय कार्रवाई पर एक नजर
- 25 नमूने लिए गए सरसों के तेल के
- 20 की रिपोर्ट आई है अब तक
- 03 की रिपोर्ट में असुरक्षित पाया गया तेल
- 06 मामलों में गुणवत्ता खराब पाई गई
- 11 नमूने हुए पास
किडनी और लिवर के लिए खतरनाक
वरिष्ठ फिजीशियन डा. एसपीएस चौहान का कहना है कि ये हत्या से अधिक गंभीर अपराध है। हत्या के मामले में तो कोई व्यक्ति किसी एक की जान लेता है, लेकिन मिलावटखोर कितनों को शरीर में धीमा जहर पहुंचाकर मार रहे हैं इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता। सिंथेटिक रंग मिला सरसों का तेल नियमित रूप से उपयोग करने से किडनी और लिवर को खराब कर सकता है। पाचन तंत्र फेल हो जाता है। त्वचा संबंधी रोग भी हो सकते हैं। इसलिए ऐसे मिलावटखोरों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।