






एक सप्ताह पहले पीड़िता ने डीजीपी को दिए पत्र में कहा था कि उन्होंने एसीपी मोहसिन के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस व एसआइटी की जांच शुरू हुई। उसके डीजीपी कार्यालय से संबद्ध भी किया गया, लेकिन पुलिस की कार्रवाई से पूर्व आरोपित ने 19 दिसंबर को चार्जशीट के खिलाफ हाईकोर्ट से स्टे आर्डर ले लिया।
‘झूठ बोलकर बनाए थे संबंध, अधिकारी से बोला मानसिक रोगी हैं’
शोधार्थी के मुताबिक, वह साइबर क्राइम और पुलिस की कार्य क्षमता बढ़ाने के लिए काम कर रही थी। पीएचडी पूरी होने वाली थी। दिसंबर 2023 में मोहसिन खान ने कहा कि उसकी गाइड के निर्देशन में शोध करना चाहता है। वह खुद पुलिस विभाग में साइबर एक्सपर्ट बनना चाहते थे। इसके बाद से भावनात्मक तरीके से वह नजदीक आने लगा।
मोहसिन ने उसे पहले बताया था कि उसकी पत्नी से संबंध अच्छे नहीं है और वह तलाक देने वाले हैं। प्रक्रिया चल रही है, लेकिन मार्च 2024 में उसकी पत्नी गर्भवती हुई तो उसकी करतूत सामने आई। बाद में जब उसकी पत्नी से बात हुई तो तलाक की बात झूठ निकली।
तब पता चला कि मोहसिन ने उसका इस्तेमाल किया। जब उन्होंने मोहसिन की शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से की तो उसने उन्हें मानसिक रोगी बताया। इस पर वह भड़क गई और उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।