



लखनऊ. बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने मुद्दा बनाया है। बांग्लादेश और संत चिन्मय दास के बहाने संघ ने सनातन और बंटोगे तो कटोगे के एजेंडे को धार देने की मुहिम तेज कर दी है। खास बात यह है कि सारी कवायद विभिन्न संगठनों की अगुवाई में की जा रही है ताकि यह केवल संघ तक सीमित न दिखे। इसके लिए बड़ी संख्या में सामाजिक व धार्मिक संगठनों को इसका नेतृत्व सौंपा गया है। दलितों-पिछड़ों को भी इस मुहिम से जोड़ने के साथ भाजपा के जनप्रतिनिधियों का भी इसमें सहयोग लिया जा रहा है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अक्तूबर में एक जनसभा के दौरान जब बंटोगे तो कटोगे का नारा बुलंद कर सबको चौंका दिया था। तब शायद किसी ने नहीं सोचा था कि यही नारा भगवा दल की भविष्य की राजनीति का मूलमंत्र बनेगा।



संघ का हार्डकोर हिन्दुत्व का एजेंडा भी यही है जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक हैं तो सेफ है का उद्घोष किया था।मोदी-योगी के यह नारे हरियाणा से लेकर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भी गूंजे। दोनों ही जगह भाजपा को भारी सफलता भी मिली। मथुरा में कार्यकारी मंडल की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने इसे लेकर स्थिति स्पष्ट भी कर दी थी।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के मामले को संघ ने राष्ट्रव्यापी मुद्दा बनाने का अभियान छेड़ दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी यूपी से लेकर हरियाणा-महाराष्ट्र तक की सभाओं में लगातार इस मुद्दे पर प्रखर होकर बोलते रहे हैं।राष्ट्रीय स्तर पर इस फैसले के बाद क्षेत्रवार और फिर जिलावार बैठकें आयोजित की गईं। इन बैठकों में संघ के साथ ही भाजपा और विचार परिवार के अन्य सदस्य संगठनों के पदाधिकारियों की भी मौजूदगी रही। तय किया गया कि हर जिले में बड़े विरोध प्रदर्शन आयोजित किए जाएं।
प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देकर हिंदुओं की सुरक्षा से जुड़े इस मामले में सीधे हस्तक्षेप की मांग की जाए।संत चिन्मय दास की अविलंब रिहाई का मुद्दा भी इसमें शामिल था। उसके बाद प्रदेशभर में विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शनों का सिलसिला तेज हो गया है।अयोध्या में हनुमानगढ़ी के महंत राजूदास ने हिंदू सुरक्षा सेवा ट्रस्ट के बैनर तले दिल्ली में यूएनओ दफ्तर के सामने प्रदर्शन किया। कहीं, सनातन चेतना मंच, कहीं हिंदू स्वाभिमान मंच सहित कई अन्य संगठनों के बैनर तले यह प्रदर्शनों का सिलसिला चल रहा है। अयोध्या में संघ के सहयोगी संगठनों द्वारा निकाली गई जनाक्रोश रैली में संघ के वरिष्ठ प्रचारक और श्रीराम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय भी शामिल हुए थे।