



प्रयागराज. यूपी के प्रयागराज में 84 साल पुराने मदरसे पर अब जल्द योगी सरकार का बुलडोजर जल्द चल सकता है. बीते कुछ दिन पहले जामिया हबीबिया मदरसे से नकली नोटों की फैक्ट्री पकड़े जाने का मामले सामने आया था. वहीं अब विकास प्राधिकरण ने अवैध निर्माण को लेकर मदरसा कमेटी को नोटिस जारी कर दिया है. नोटिस में कहा गया है कि बिल्डिंग का नक्शा पास नहीं है. निर्माण से पहले इसकी अनुमति नहीं ली गई है.



बुधवार को पीडीए ने मदरसे में अवैध निर्माण बताते हुए उसे सील कर दिया था. पीडीए की जांच में मदरसा जामिया हबीबिया के दस्तावेज में मदरसे का निर्माण अवैध मिला है. प्राधिकरण से बिना नक्शा पास कराए मदरसे की 3 मंजिला इमारत बनाई गई है. पीडीए सचिव अजीत कुमार सिंह के मुताबिक नोटिस का संतोष जनक जवाब ना मिलने के बाद अवैध निर्माण को ढहाया जाएगा. मदरसा जामिया हबीबिया में 28 अगस्त को नकली नोट की फैक्ट्री पकड़ी गई थी. कार्यवाहक प्रिंसिपल मौलवी मोहम्मद तफसीरुल आरीफीन समेत 4 लोगों की गिरफ्तारी की गई है.
मौलवी के कमरे से आपत्तिजनक साहित्य भी मिले थे. मौलवी मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों को आर एस एस को आतंकी संगठन बताने वाला साहित्य पढ़ाता था. वह बच्चों का ब्रेनवाश करता था और आर एस एस को लेकर नफरत भरता था. जांच एजेंसियों के इनपुट के बाद प्रयागराज विकास प्राधिकरण भी एक्टिव हो गया है. यह मदरसा शहर के सबसे पॉश इलाकों में शामिल अतरसुइया में स्थित है. मदरसा जामिया हबीबिया करीब डेढ़ बीघे में है. मदरसे की संपत्ति सौ करोड़ के आस-पास है. मदरसे में रहने वाले 100 के करीब छात्र और कमेटी के लोगों को बाहर कर पीडीए ने सीलिंग की कार्रवाई की थी.