



क्या आप जानते हैं कि पत्नी की कुछ आदतें ऐसी भी होती हैं जो पति की आयु को प्रभावित कर सकती हैं? सुनने में अजीब लगता है, लेकिन आचार्य चाणक्य की नीतियों में ऐसी बातें कही गई हैं जो आज भी चौंकाने वाली हैं. चाणक्य नीति के अनुसार, अगर पत्नी पति की इच्छा के विरुद्ध कुछ करती है चाहे वो उपवास ही क्यों न हो तो इसका असर सिर्फ रिश्ते पर नहीं, पति की आयु पर भी पड़ सकता है.



आइए जानते हैं कौन-सी हैं वो दो आदतें जो पत्नी को भारी पड़ सकती हैं और जिनसे चाणक्य ने सख्त चेतावनी दी है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं
पति की इच्छा के विरुद्ध पत्नी को कोई चीज नहीं करनी चाहिए, यहां तक कि व्रत-उपवास भी पति की अनुमति से ही करना चाहिए. क्योंकि इस तरह पति की आयु कम होती है और पत्नी को घोर नरक भोगना पड़ता है.
इस नीति का आशय यह है कि पत्नी को अपने हर कार्य में पति की भावनाओं और सहमति का ध्यान रखना चाहिए. पत्नी का पति की इच्छा के विरुद्ध जाना न केवल वैवाहिक जीवन में कलह पैदा करता है बल्कि पति की सेहत और आयु पर भी बुरा प्रभाव डालता है.
पत्नी की दो आदतें जो पति की आयु पर डालती हैं बुरा असर

पति की इच्छा के विरुद्ध कार्य करना
यदि पत्नी पति की इच्छा के विरुद्ध जाकर कोई कार्य करती है, तो इससे पति को मानसिक तनाव हो सकता है. चाहे वो घर से बाहर जाने का निर्णय हो या कोई धार्मिक अनुष्ठान, पति की सहमति आवश्यक मानी गई है.
पति की अनुमति के बिना व्रत-उपवास रखना
चाणक्य नीति में यह कहा गया है कि पत्नी को कोई भी उपवास या व्रत पति की अनुमति से ही रखना चाहिए. यदि पत्नी बिना पति की इच्छा के उपवास करती है, तो इससे पति की आयु पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और पत्नी को पाप का भागी बनना पड़ता है.
आज के टाइम में पति-पत्नी दोनों समान भागीदार होते हैं. चाणक्य नीति का सार यह है कि दोनों को एक-दूसरे की भावनाओं और सहमति का सम्मान करना चाहिए. आपसी संवाद और समझदारी ही रिश्ते को मजबूत बनाते हैं.
Jagatbhumi Just another WordPress site
