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एक सेकेंड में सिर तन से जुदा…नेपाल में गला काटने वाले इस हथियार की चर्चा क्यों?

नेपाल में राजशाही आंदोलन के बीच सिर तन से जुदा करने वाला ऐतिहासिक गिलोटिन हथियार की चर्चा जोरों पर है. दरअसल, सत्ताधारी दल सीपीएन-यूएमएल सचिव योगेश कुमार भट्टाराई ने पूर्व राजा ज्ञानेंद्र को इसी पर लटकाने की चेतावनी दी है. भट्टराई का कहना है कि लोकतंत्र को खत्म करना अब आसान नहीं है. ज्ञानेंद्र अगर फ्रांस के लुई 16वां के रास्ते पर जाना चाहते हैं तो उनकी इच्छा पूरी की जाएगी.

नेपाली मीडिया कांतिपुर के मुताबिक योगेश भट्टराई को नेपाल में प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली का करीबी माना जाता है. भट्टराई ने यह बयान ऐसे वक्त में दिया है, जब ओली ने काठमांडू के तिनकुने में हिंसा के लिए ज्ञानेंद्र को जिम्मेदार ठहराया है.

नेपाल के संसद में ओली ने कहा है कि ज्ञानेंद्र को फिर से राजा बनने का भूत सवार हो गया है. उसे नहीं पता कि इसका अंजाम क्या होगा? जांच के बाद ज्ञानेंद्र पर सख्त कार्रवाई करेंगे.

राजशाही समर्थकों पर सख्त एक्शन जारी

नेपाल में राजशाही के समर्थन में आंदोलन करने वाले शमशेर राणा और उनके करीबियों के खिलाफ पुलिस ने सख्त कार्रवाई की है. राणा और उनके करीबियों पर देशद्रोह का मुकदमा लगाया है. नेपाल पुलिस का कहना है कि राजशाही का समर्थन करने वाले किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा.

वहीं यूएमएल के नेता योगेश भट्टराई ने कहा है कि लुई 16वां की तरह ही ज्ञानेंद्र निरंकुश शासन चाहते हैं, लेकिन इतिहास बदल चुका है. नेपाल में अब निर्णय लेने का अधिकार लोकतांत्रिक सरकार के पास है. लुई की तरह ही ज्ञानेंद्र को भी वहीं भेजा जाएगा, जहां लुई 16वां का सिर काटा गया था.

गिलोटिन पर काटा गया था लुई का सिर

फ्रांस की क्रांति के वक्त बोर्बन के राजा लुई 16वां को गिलोटिन पर रखकर सजा दी गई थी. फ्रांसिसी क्रांति के वक्त लुई के लोग क्रांतिकारियों को गिलोटिन के जरिए ही सजा देते थे. गिलोटिन लकड़ी का बना होता है, जिसमें लोहे दो लोहे के ब्लेड लगे होते हैं.

यह लोहे का ब्लेड गले के पास लगाया जाता है और जोर का झटका दिया जाता है. इस झटके की वजह से एक सेकेंड में ही सिर तन से जुदा हो जाता है.

योगेश भट्टराई के बयान के बाद कहा जा रहा है कि राजशाही आंदोलन को कुचलने के लिए नेपाल की सरकार इस तरह के हथियारों का प्रयोग कर सकती है. नेपाल में 17 साल बाद अचानक से राजशाही आंदोलन ने तूल पकड़ लिया है.

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