






सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र के पनवड़िया नई बस्ती निवासी 40 वर्षीय सतपाल प्रजाति दिल्ली में टेलरिंग का काम करते थे। उनके परिवार में 38 वर्षीय पत्नी रिंकी और दो बच्चे नौ साल का बेटा निर्भय व छह साल की बेटी प्रियांशी थे।

मृतक सतपाल और रिंकी का फाइल फोटो।
उन्हें समझाकर घर ले जाने का प्रयास किया, लेकिन पति के सिर पर गुस्सा सवार था। तब ही बरेली की ओर से ट्रेन संख्या 04029 आती नजर आई। इस पर उसने पत्नी को भी पकड़ लिया और साथ में जान देने की धमकी देने लगा।
पनवड़िया रेलवे ट्रैक पर हुई घटना के बाद मृतकों के शवों को ले जाती पुलिस। जागरण
इसी दौरान वहां काम कर रहे की-मैन मक्खन ने दंपती को रेलवे ट्रैक पर लड़ते देखा तो बचाने के लिए पहुंच गए। सतपाल ने उनका भी गिरेबान पकड़ लिया और साथ में मरने के लिए धमकाया। की-मैन ने किसी तरह खुद को छुड़ाया। उसने बच्चों को बचाने का प्रयास किया।
उसके हाथ में दंपती के बेटे का हाथ आ गया। वह उसे लेकर ट्रैक से दूर कूद गया। इससे की-मैन और बच्चा दोनों घायल हो गए, जबकि दंपती और उनकी बेटी को ट्रेन परखच्चे उड़ाते हुए गुजर गई।
हादसे के बाद वहां भीड़ लग गई। रेलवे स्टेशन को सूचना मिली। स्टेशन मास्टर ने मेमो जीआरपी को दी। जीआरपी थाना प्रभारी मुकेश कुमार टीम के साथ पहुंच गए। घायलों को पहले प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया। बाद में जिला अस्पताल भिजवा दिया।
घटनास्थल सिविल लाइंस कोतवाली का होने पर जीआरपी ने वहां सूचना दी। सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस भी आ गई। सिविल लाइंस कोतवाली प्रभारी संजीव कुमार ने बताया कि घरेलू कलह में घटना हुई है। पुलिस ने पंचनामा भरकर शव पोस्टमार्टम कराकर स्वजन को सौंप दिए हैं।