



जया किशोरी ने अपने संदेश में कहा, “वे लोग जो दूसरों को नीचा दिखाकर ऊपर उठना चाहते हैं, उन्हें यह बात समझनी चाहिए कि वे किसी चीज़ के लायक ही नहीं हैं. क्योंकि यदि वे लायक होते, तो उन्हें यह काम करने की ज़रूरत ही नहीं पड़ती. “ उनका यह बयान उन लोगों के लिए एक कड़ा संदेश है, जो अपनी असुरक्षा या अहंकार के चलते दूसरों को कमतर आंकने का प्रयास करते हैं.



उनके अनुसार, सच्ची सफलता और सम्मान पाने के लिए दूसरों को नीचे गिराना जरूरी नहीं है. यह एक असुरक्षित व्यक्ति की निशानी है. यदि किसी में वास्तविक काबिलियत होती है, तो वह अपनी मेहनत और योग्यता के दम पर आगे बढ़ सकता है. दूसरों को नीचा दिखाने का प्रयास करना स्वयं के आत्मविश्वास और क्षमताओं की कमी को दर्शाता है.
संघर्ष और सच्चाई का महत्व: जया किशोरी ने अपने संदेश के माध्यम से यह भी बताया कि जीवन में संघर्ष और ईमानदारी से मिली सफलता ही स्थायी होती है. दूसरों को नीचे गिराकर हासिल की गई सफलता अल्पकालिक होती है और अंततः व्यक्ति को पछतावा ही होता है.
जया किशोरी का यह प्रेरक संदेश हर किसी के लिए एक सीख है. यह हमें सिखाता है कि अपनी सफलता के लिए किसी और को गिराना न केवल अनैतिक है, बल्कि यह हमारी योग्यता पर भी सवाल खड़े करता है. असली विजेता वही होता है, जो दूसरों को प्रेरित करता है और सभी के साथ मिलकर आगे बढ़ता है.