



मॉस्को: रूस ने यूक्रेन के साथ जारी युद्ध के बीच अपने Tu-95 बमवर्षक का अपग्रेड वर्जन Tu-95MSM दुनिया के सामने पेश किया है। रूसी रक्षा कंपनी रॉस्टेक ने इस जेट को बनाया है। इसमें नए इंजन, बेहतर इलेक्ट्रॉनिक्स और आधुनिक हथियार प्रणालियां हैं, जिससे Tu-95 की क्षमता में काफी बढ़ोतरी हुई है। नए NK-12MPM टर्बोप्रॉप इंजन और मजबूत प्रोपेलर लगने से Tu-95MSM की रेंज और पेलोड क्षमता बढ़ी है, जिसने इसे बेहद खतरनाक जेट बना दिया है। रूस को उम्मीद है कि उसका यह जेट आने वाले समय में सैन्य रणनीति में अहम भूमिका निभाएगा।



बुल्गारियनमिलिट्र की रिपोर्ट कहती है कि यह रूसी जेट Kh-101 और Kh-102 जैसी लंबी दूरी की मिसाइलें ले जा सकता है, जो पांच हजार किलोमीटर तक लक्ष्य को निशाना बना सकती हैं। यूक्रेन युद्ध में भी Kh-101 मिसाइल ने अपनी अचूक निशानेबाजी का लोहा मनवाया है। ऐसे में यह भविष्य में रूस के मिसाइल सिस्टम और बमवर्षक बेड़े के विकास को प्रभावित करेगा।
रूसी सेना को है बड़ी उम्मीद
रूस के रक्षा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी रॉस्टेक ने सोमवार को अपने Tu-95 बमवर्षक के उन्नत संस्करण Tu-95MSM का अनावरण किया है। यह यूक्रेन में चल रहे युद्ध के अनुभवों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। इस आधुनिक रणनीतिक बमवर्षक से Tu-95 की क्षमता में काफी वृद्धि हुई है। यह सुनिश्चित करता है कि Tu-95 आने वाले समय में रूस की सैन्य रणनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहेगा।
मूल Tu-95 को 1950 के दशक में गुरुत्वाकर्षण बम गिराने के लिए डिजाइन किया गया था। इसमें 1980 के दशक में आधुनिक संस्करणों को क्रूज मिसाइलें लॉन्च करने के लिए बनाया गया। इसके बाद ये रूस की लंबी दूरी की मारक क्षमता में अहम भूमिका में आ गए। समय के साथ बदलते Tu-95 का नया वर्जन Tu-95MSM नए इंजन, एवियोनिक्स और उन्नत हथियार प्रणालियों के साथ आया है।
यूक्रेन की बढ़ेगी चिंता!
रूसी Tu-95MSM में सबसे महत्वपूर्ण बदलावों में से एक दुनिया का सबसे शक्तिशाली टर्बोप्रॉप इंजन, NK-12MPM और मजबूत प्रोपेलर को इंटीग्रेट करना है। इन बदलावों ने बमवर्षक के प्रदर्शन को काफी बढ़ा दिया है। इससे इसकी ऑपरेशनल रेंज भी बढ़ गई है। इसकी पेलोड क्षमता में वृद्धि हुई है। बढ़ी हुई पेलोड क्षमता ना केवल इसकी हमले करने की क्षमता बढ़ाती है बल्कि पारंपरिक से लेकर परमाणु प्रतिरोध तक इसकी ताकत को भी बढ़ाती है। इस जेट की वजह से कहीं ना कहीं यूक्रेन और अमेरिका की चिंता भी बढ़ सकती है।