



माता-पिता हमेशा ये चाहते हैं कि उनके बच्चे स्वस्थ और खुश रहें. जब तक बच्चे उनकी बात मानते हैं, तब तक वे उनके लिए अच्छे फैसले ही लेते हैं लेकिन कई बार प्यार तो कभी मजबूरी में ऐसा होता है कि बच्चे की ऊटपटांग मांगें भी पैरेंट्स मान लेते हैं. हालांकि इसके बाद जो परिणाम आते हैं, वो डरावने होते हैं. कुछ ऐसा ही हुआ अमेरिका में एक बच्चे के साथ.



ऑडिटी सेंट्रल की रिपोर्ट के मुताबिक बच्चे की उम्र सिर्फ 12 साल है लेकिन उसकी आंखों से अब कुछ भी दिखाई नहीं देता. डॉक्टरों ने इसके पीछे जो वजह बताई है, उसे हम सभी को जानना चाहिए क्योंकि ये हमारी बुरी लाइफस्टाइल से जुड़ी हुई है. ताज़ा खाना और हरी सब्ज़ियों को छोड़कर जंक खाना अब तक सिर्फ मोटापे से जुड़ा हुआ था लेकिन आप जानकर दंग रह जाएंगे कि ये आंखों की रोशनी भी छीन सकता है.

बर्गर-फ्राइज़ और जूस ने छीन लीं आंखें
ऑडिटी सेंट्रल की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के मैसाच्युसेट्स में रहने वाले एक 12 साल के लड़के के साथ जो हुआ, वो आंखें खोल देने वाला है. इस लड़के के केस को The New England Journal of Medicine की ओर से पब्लिश किया गया है. बच्चा ऑटिस्टिक है और उसे कुछ खानों के टेक्सचर से दिक्कत थी. ऐसे में वो सिर्फ और सिर्फ बर्गर- फ्राइज़, रैंच ड्रेसिंग, डोनट्स और चीनी वाले जूस ही पीता था. माता-पिता ने उसे सब्ज़ियां खिलानी चाहीं लेकिन वो नहीं खाता था. पहले तो सब कुछ ठीक था, लेकिन बच्चे को अचानक सुबह और शाम को देखने में दिक्कत होने लगी.
जंक फूड ने बना दिया अंधा
ये समस्या जब तक पैरेंट्स समझ पाते, तब तक कुछ हफ्तों में बच्चा बड़ी मुश्किल से देख पाता था. अचानक एक रात वो ये कहकर उठा कि उसे कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा. डॉक्टर के पास जाने पर पता चला कि बच्चे के शरीर में पोषण की कमी की वजह से उसकी ऑप्टिक नर्व्स कमज़ोर हो चुकी हैं. डॉक्टरों ने सप्लीमेंट और रिवर्स डाइट से इसे ठीक करने की भी कोशिश की लेकिन इसका कोई प्रभाव दिखाई नहीं दिया. विटामिन, सप्लीमेंट और हरी सब्ज़ियां मिलकर भी बच्चे की आंखों की रोशनी नहीं लौटा पाईं. Boston Children’s Hospital के डॉक्टरों ने बताया कि ये रिस्ट्रिक्टिव फूड इनटेक डिसऑर्डर की वजह से बच्चा हेल्दी खाना नहीं खा पा रहा था.
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