



भिलाई आनलाइन सट्टा के रुपयों के लेनदेन के लिए गलत तरीके से खाता खुलवाने के मामले में पुलिस ने एक दलाल को गिरफ्तार किया है। यह दलाल, बैंक के एक कर्मचारी की मदद से बैंक में इस तरह के खाते खुलवाता था। पुलिस उक्त आरोपित से पूछताछ कर रही है। उससे आनलाइन सट्टा से जुड़े लोगों के बारे में बड़ी जानकारी मिलने की उम्मीद है। इसके साथ ही आनलाइन सट्टा खिलाने वाले गिरोह का राजफाश भी हो सकता है।



बता दें कि सुपेला पुलिस ने शांति नगर सुपेला निवासी हरिकांत द्विवेदी की शिकायत पर यश बैंक सुपेला के अधिकारी व कर्मचारियों और हाउसिंग बोर्ड जामुल निवासी साहिल महिलांगे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। शिकायतकर्ता आइडीएफसी फर्स्ट बैंक उतई में एमआरओ (माडगेज लोन) का काम करता है। शिकायतकर्ता ने पुलिस को जानकारी दी थी कि फरवरी 2022 में उसके दोस्त साहिल महिलांगे ने उससे कहा था कि उसकी एक दोस्त यश बैंक सुपेला में मैनेजर है।
मार्च क्लोजिंग तक उसे खाते खुलवाने का टारगेट मिला है। इसलिए साहिल ने उसे भी एक खाता खुलवाने के लिए कहा और बोला कि मार्च खत्म होते ही खाता भी बंद करवा दिया जाएगा।
आरोपित साहिल महिलांगे, शिकायतकर्ता हरिकांत द्विवेदी का दोस्त था। इसलिए वो उस पर भरोसा कर के 12 मार्च 2022 को यश बैंक गया। वहां पर उसने खाता खुलवाने के लिए अपने दस्तावेज और ई मेल आइडी दी।आरोपितों ने नियमों का पेंच बताकर मोबाइल नंबर किसी और लिखा। खाता खुलने के बाद शिकायतकर्ता को न तो कोई पासबुक दिया गया और न ही एटीएम कार्ड। एक महीने बाद शिकायतकर्ता के ई मेल पर पर जानकारी मिली कि उसके खाते के लेनदेन के लिए आनलाइन लेनदेन के लिए आइडी, पासवर्ड जनरेट हुआ और उसके खाते से लेनदेन हो रहा है।
इसके बाद शिकायतकर्ता 12 अप्रैल को बैंक गया था। वहां उसने अपना खाता बंद करने के लिए कहा तो बैंक के अधिकारी व कर्मचारियों ने उससे मारपीट की थी। जिसके बाद शिकायतकर्ता ने सुपेेला थाना पहुंचकर प्राथमिकी दर्ज कराई थी।शिकायत होने के बाद पुलिस ने गुरुवार को खाता खुलवाने वाले दलाल मनीष मिश्रा को गिरफ्तार किया। शिकायतकर्ता के दोस्त आरोपित साहिल महिलांगे ने मनीष मिश्रा के साथ ही मिलकर खाता खुलवाया था। गिरफ्तार किया गया आरोपित मनीष मिश्रा खुद इस खाते का संचालन कर रहा था।
वो खुद ही शिकायतकर्ता के फर्जी हस्ताक्षर कर खाते से रुपये निकाल रहा था। शिकायतकर्ता के खाते से दो महीने के भीतर ही लाखों रुपये का लेनदेन हो चुका है। पुलिस गिरफ्तार किए गए आरोपित मनीष मिश्रा से पूछताछ कर रही है।
इस मामले में अभी एक आरोपित मनीष मिश्रा को गिरफ्तार किया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। उसके द्वारा फर्जी हस्ताक्षर कर रुपये निकालने की भी पुष्टि हुई है। इस मामले में अभी और भी धाराएं जोड़ी जाएंगी।
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