



बीते करीब 15 दिनों से उद्योगपति गौतम अडाणी के मसले पर आक्रामक रुख अपना रही कांग्रेस पार्टी भाजपा की रणनीति के आगे पस्त दिख रही है. कांग्रेस ने पहले अडाणी के मसले पर संसद में खूब हंगामा किया लेकिन उसके इस आक्रामक रुख को उसके सहयोगी दलों ने काफी हद तक गैरजरूरी करार दिया. फिर भाजपा ने कांग्रेस की सबसे बड़ी नेता सोनिया गांधी का नाम अमेरिका कारोबारी जॉर्ज सोरोस से जोड़ दिया. भाजपा ने आरोप लगाया कि जॉर्ज सोरोस की एक संस्था में सोनिया गांधी को-चेयरपर्सन हैं. जॉर्ज सोरोस वही व्यक्ति हैं जो कश्मीर को भारत से अलग एक स्वतंत्र देश की बात करते हैं. भाजपा ने कहा कि ऐसे में सोनिया गांधी देश विरोधी लोगों के साथ काम करती हैं. इस मसले पर भाजपा बेहद आक्रामक रही और फिर अडाणी -अडाणी की रट लगाती कांग्रेस को सोरोस के मसले पर अपना बचाव करना पड़ा.



इधर, दो दिन से कांग्रेस और विपक्ष संविधान निर्माता भीम राव अंबेडकर के बारे में गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी को मुद्दा बना रहा है. वह शाह के बयान को अंबेडकर का अपमान बता रहा है. इसी मसले पर गुरुवार को संसद में खूब हंगामा हुआ और नौबत धक्का मुक्की तक की आ गई. विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर भाजपा सांसदों के साथ धक्का मुक्की करने का आरोप लगा और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है. उधर, अमित शाह बार-बार कह रहे हैं कि उनके बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया.
महाराष्ट्र से आया नया बवाल
अब कांग्रेस को घेरने के लिए महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने एक और बड़ा हमला बोला है. उन्होंने विधानसभा में दावा किया कि इस साल नवंबर में नेपाल की राजधानी काठमांडू में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें ईवीएम का विरोध करने जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि 15 नवंबर 2024 को काठमांडू में एक बैठक हुई थी, जिसमें महाराष्ट्र और अन्य बीजेपी शासित राज्यों में बैलेट पेपर से चुनाव कराने के लिए अभियान चलाने का फैसला लिया गया. इस बैठक में 40 अर्बन नक्सन संगठनों ने हिस्सा लिया. उन्होंने कहा कि इससे पहले महाराष्ट्र चुनाव को लेकर 180 संगठनों ने बैठक की थी. इन संगठनों के संबंध भारत जोड़ो अभियान से है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इन 40 संगठनों ने राज्य चुनाव के दौरान कार्यक्रम आयोजित किए और पर्चे भी प्रकाशित किए. फडणवीस ने पूर्व राज्य गृह मंत्री आर. आर. पाटिल का हवाला देते हुए कहा कि इन संगठनों को पहले भी फ्रंटल संगठन के रूप में नामित किया गया था. उन्होंने अपने इस दावे के सबूत होने की भी बात कही.
कांग्रेस बैकफुट पर
फडणवीस के इस दावे से कांग्रेस बैकफुट पर आ गई है. वह अडानी मसले को उठा रही थी लेकिन वह खुद अपने गिरेबान में नहीं झांक रही है. फडणवीस के आरोपों से महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई है. भाजपा हर तरफ से कांग्रेस पर हमले कर रही है. इस बीच शुक्रवार को संसद का कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो गई है. मामला अब संसद से सड़क पर आ गया है. शुक्रवार को भाजपा और कांग्रेस दोनों अपने-अपने मुद्दों के साथ सड़क पर उतरे. कांग्रेस को अब राहुल गांधी के खिलाफ दर्ज एफआईआर का बचाव करना होगा. दूसरी तरफ भाजपा सांसदों को लगी चोट को भी बड़ा मुद्दा बनाकर वह सड़क पर भी उतर गई है.