जम्मू। पहलगाम के बैसरन में हुए नरसंहार का भारत ने मंगलवार की आधी रात को बदला ले लिया। इस बदले की खुशी में पूरा देश आधी रात को जाग उठा। 15 दिन से बदला लेने का इंतजार कर रहे आतंकी हमले में मारे गए लोगों के स्वजन समेत देशवासियों के कलेजों को आखिरकार ठंडक मिल गई।
देश के अन्य हिस्सों की तरह जम्मू में भी लोग पल-पल अपडेट लेते रहे। लोग घरों की छतों पर भी आ गए। एक और जहां सीमा पार सशस्त्र सेनाओं द्वारा बरपाए जा रहे कहर व नुकसान के वीडियो प्रसारित हुए तो अपनी ओर पाकिस्तान से खून के हर कतरे का बदला लेने के संदेश वायरल होने लगे।
खुशी मनाते दिखे लोग
भारत ने पाकिस्तान और गुलाम जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के नौ शिविरों पर हमला कर भारी आघात दिया है। सैन्य सूत्रों के अनुसार भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में सीमा पार काफी नुकसान हुआ है। भारत के प्रहार से पहलगाम में सुहाग उजाड़ने वाले अब खून के आंसू बहा रहे हैं। आतंकियों के शिविरों पर हमले से अपने देश के लोगों कलेजे को ठंडक पड़ी है।
ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने के बाद 80 वर्षीय संतोष शर्मा का कहना है कि अब पाकिस्तान से सभी पुराने हिसाब बराबर किए जाने चाहिए। वर्ष 1971 के युद्ध के दिनों की यादों को ताजा करते हुए उन्होंने बताया कि जब भी हम इसी तरह से आधी रात को पाकिस्तान पर हमले की खुशी मनाते थे। आज मौत के सौदागरों को मारा जा रहा है।
सीमा पर जानी नुकसान
कर्नल विरेन्द्र शाही का कहना है कि सुनियोजित तरीके से उस समय कार्रवाई कर आतंक पर बड़ा प्रहार किया गया है। पाकिस्तान को कभी न भूलने वाला सबक सिखाया गया है। स्पष्ट संदेश दिया गया है कि आतंक के जन्मदाता को बख्शा नहीं जाएगा।
बता दें कि हताश पाकिस्तान 24 अप्रैल से लगातार नियंत्रण रेखा पर आठ सेक्टरों में गोलीबारी कर रहा था। भारतीय सेना ने इस गोलाबारी पर पूरा संयम बरता।
अब ऑपरेशन सिंदूर छेड़ने के बाद भारतीय सेना की ओर से उन आठ सेक्टरों में भारी जवाबी गोलाबारी की जा रही है जो पाकिस्तान के सीधे निशाने पर थे। जवाबी कार्रवाई में सीमा पार जान व माल का नुकसान हुआ है।