



नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की करीबी सहयोगी लौरा लूमर (Laura Loomer) ने भारत के लिए एक बहुत बड़ा मैसेज दिया है। लूमर एक जानी-मानी एक्टिविस्ट हैं। उन्होंने एक्स पर (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट किया है, जो काफी वायरल हो रहा है। उन्होंने सीधे तौर पर ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र तो नहीं किया है, लेकिन उनके पोस्ट को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है, जिसमें भारत के लिए बहुत ही सकारात्मक और गुड लक वाला संदेश दिया गया है। उनका दावा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ शुरू की गई यह लड़ाई जीतने जा रहा है।



भारत जीतने वाला है-ट्रंप की करीबी
लौरा लूमर ने लिखा है, ‘इंडिया इज गोइंग टू विन…’ मतलब, ‘भारत जीतने वाला है।’ उनका ये ट्वीट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। खबर लिखे जाने तक इस ट्वीट को 30,000 से ज्यादा लाइक्स और 2,700 से ज्यादा रीट्वीट मिल चुके हैं। इसे 1.4 मिलियन से ज्यादा बार देखा जा चुका है। लूमर MAGA (मेक अमेरिका ग्रेट अगेन- Make America Great Again) सर्कल में एक जाना पहचाना नाम हैं। उन्हें अक्सर राष्ट्रपति ट्रंप के साथ देखा जा चुका है। हालांकि, माना जाता है कि कमला हैरिस के खिलाफ उनके बयानों की वजह से ट्रंप के कैंपेन को नुकसान हुआ था। इसके बाद उन्हें थोड़ा साइडलाइन कर दिया गया था। ट्विटर पर उनके 1.6 मिलियन से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। लूम अक्सर ट्विटर पर अपनी खोजी खबरें पोस्ट करती रही हैं।
ट्रंप की करीबी लौरा लूमर कौन हैं?
लूमर एक मशहूर कॉन्सपिरेसी थ्योरिस्ट (षड्यंत्र सिद्धांतकार) हैं। वो खुद को ‘प्रो-व्हाइट नेशनलिस्ट’ बताती हैं। मतलब, वो मानती हैं कि अमेरिका में गोरे लोगों को सबसे ज्यादा महत्त्व मिलना चाहिए। उन्होंने टेस्ला (Tesla) और स्पेस एक्स (SpaceX) के सीईओ (CEO) एलन मस्क के साथ H-1B वीजा प्रोग्राम को लेकर भी बहस की थी। वह “अमेरिका फर्स्ट” पॉलिसी की समर्थक हैं। इसलिए वो H-1B वीजा प्रोग्राम का विरोध करती हैं। H-1B वीजा एक ऐसा वीजा है जो अमेरिकी कंपनियों को विदेशी कर्मचारियों को नौकरी पर रखने की अनुमति देता है।
ट्रंप भी कर चुके हैं उनका समर्थन
उन्होंने फ्लोरिडा से कांग्रेस के लिए चुनाव भी लड़ा था, लेकिन वो हार गईं। 2020 में वो 21वें जिले से हारीं। 2022 में 11वें जिले के प्राइमरी चुनाव में मौजूदा सांसद डेनियल वेबस्टर से हार गईं। हार के बावजूद, वो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की करीबी समर्थक बनी हुई हैं। ट्रप ने 2020 में उनके कैंपेन का समर्थन किया था और उन्हें “फ्री स्पिरिट” बताया था।
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