



प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (6 अप्रैल,2025) को रामेश्वरम में नए पंबन रेल ब्रिज का उद्घाटन किया. इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने एक रैली को संबोधित करते हुए भाषा विवाद को तूल देने के लिए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और उनकी पार्टी डीएमके पर निशाना साधा.



पीएम मोदी ने एमके स्टालिन पर निशाना साधते हुए कहा, ”तमिलनाडु के मंत्री तमिल भाषा को लेकर गर्व की बात करते हैं, लेकिन मुझे लिखे गए उनके पत्र और उसमें हस्ताक्षर अंग्रेजी में ही होते हैं.” पीएम ने सवाल पूछते हुए कहा, ”वे तमिल भाषा का इस्तेमाल क्यों नहीं करते हैं? उनका तमिल को लेकर गर्व कहां चला जाता है?”
‘तमिल भाषा में जारी करें मेडिकल कोर्स’
पीएम मोदी ने तमिलनाडु सरकार से अपील करते हुए कहा, “तमिलनाडु में 1400 से ज्यादा जनऔषधि केंद्र हैं. यहां 80 फीसदी डिस्काउंट पर दवाएं मिलती हैं. इससे भी तमिलनाडु के लोगों की 7 हजार करोड़ रुपए की बचत हुई. देश के नौजवानों को डॉक्टर बनने के लिए विदेश जाने की मजबूरी नहीं रहेगी. इसके लिए बीते सालों में तमिलनाडु को 11 मेडिकल कॉलेज मिले हैं. अब गरीब से गरीब बेटा-बेटी भी डॉक्टर बन सकते हैं. मैं तमिलनाडु सरकार से कहना चाहता हूं कि वे तमिल भाषा में मेडिकल कोर्स जारी करें, ताकि अंग्रेजी न जानने वाले गरीब परिवार के बेटे-बेटी भी डॉक्टर बन सकें.”
उन्होंने कहा कि बीते 10 वर्षों में भारत ने अपनी इकोनॉमी का साइज दोगुना किया है. इतनी तेज ग्रोथ का एक बड़ा कारण हमारा शानदार मॉडर्न इंफ्रास्ट्रक्चर भी है. बीते 10 वर्षों में हमने रेल, रोड, एयरपोर्ट, पानी, पोर्ट, बिजली, गैस पाइपलाइन, ऐसे इंफ्रास्ट्रक्चर का बजट करीब 6 गुना बढ़ाया है.
‘तमिलनाडु का रेल बजट 6 हजार करोड़ से ज्यादा’
पीएम मोदी ने आगे कहा कि मेरा मानना है कि तमिलनाडु की क्षमता का एहसास होने पर देश का समग्र विकास बेहतर होगा. साल 2014 से पहले रेल प्रोजेक्ट के लिए हर साल सिर्फ 900 करोड़ रुपये ही मिलते थे. इस वर्ष तमिलनाडु का रेल बजट 6,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है और भारत सरकार यहां के 77 रेलवे स्टेशनों को मॉडर्न भी बना रही है. इसमें रामेश्वरम का रेलवे स्टेशन भी शामिल है. विकसित भारत के सफर में तमिलनाडु का बहुत बड़ा रोल है. मैं मानता हूं, तमिलनाडु का सामर्थ्य जितना ज्यादा बढ़ेगा, भारत की ग्रोथ उतनी तेज होगी.
पीएम मोदी ने प्रदेश सरकार को पहुंचाई जा रही मदद का जिक्र किया. उन्होंने कहा, बीते दशक में, तमिलनाडु के विकास के लिए 2014 की तुलना में तीन गुना ज्यादा पैसा केंद्र सरकार की ओर से दिया गया है. तमिलनाडु का बुनियादी ढांचा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. पिछले एक दशक में राज्य का रेल बजट सात गुना से भी ज्यादा बढ़ गया है. इस महत्वपूर्ण वृद्धि के बावजूद, कुछ लोग बिना किसी औचित्य के शिकायत करना जारी रखते हैं. 2014 से पहले हर साल सिर्फ 900 करोड़ रुपये आवंटित किए जाते थे. हालांकि, इस साल तमिलनाडु का रेल बजट 6000 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया है. इसके अलावा, भारत सरकार 77 रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण कर रही है, जिसमें रामेश्वरम का स्टेशन भी शामिल है.