ताज़ा खबर
Home / देश / भारत से कितना रुपया लूटकर ले गए थे अंग्रेज, आंकड़ा जान लेंगे तो उड़ जाएंगे होश

भारत से कितना रुपया लूटकर ले गए थे अंग्रेज, आंकड़ा जान लेंगे तो उड़ जाएंगे होश

भारत पर लंबे समय तक अंग्रेजों ने शासन किया. भारत को अंग्रेजों ने तकरीबन 200 सालों तक गुलाम बनाकर रखा. इस दौरान अंग्रेजों ने भारत के संसाधनों की जमकर लूट की, लेकिन क्या आप जानते हैं अंग्रेज तकरीबन 200 सालों में भारत से कितना रुपया लूटकर गए? इतिहासकारों के मुताबिक, अंग्रेजों ने भारत से करीब 45 ट्रिलियन डॉलर लूटे. अंग्रेज़ों ने 1757 से 1947 के बीच भारत से करीब 80 हजार खरब रुपए लूटे.

भारत को कंगाल बना गए अंग्रेज…

इतिहासकार उत्सा पटनायक के मुताबिक, अंग्रेजों ने 1765 से 1938 के बीच भारत से करीब 45 ट्रिलियन डॉलर लूटे थे. यह रकम आज के समय में ब्रिटेन के सालाना सकल घरेलू उत्पाद से करीब 15 गुना ज्यादा है. ब्रिटेन के लोग मानते हैं कि भारत के भारत के उपनिवेशीकरण (Colonisation) से ब्रिटेन को कोई खास आर्थिक लाभ नहीं हुआ, लेकिन सच्चाई इससे इतर है. ब्रिटिश हुकूमत ने इस ‘सोने की चिड़िया’ के पर ऐसे कतरे कि उसे उड़ने लायक नहीं छोड़ा. इस दौरान अंग्रेज भारत से तकरीबन 45 ट्रिलियन डॉलर की संपत्ति लूट ले गए.

प्लासी की लड़ाई रही टर्निंग प्वॉइंट्स!

बताते चलें कि अंग्रेजों ने भारत पर 1757 से 1947 तक यानी 190 सालों तक शासन किया. प्लासी के युद्ध में जीत के बाद अंग्रेजों ने भारत में अपना आधिपत्य स्थापित किया था. इसके बाद 1858 में ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन रानी विक्टोरिया के नाम कर दिया गया.

भारत पर आर्थिक शोषण, राजनीतिक उत्पीड़न और सांस्कृतिक साम्राज्यवाद

15 अगस्त 1947 को भारत ने आजादी हासिल की और अंग्रेजों का शासन खत्म हो गया. इस शासन को उपनिवेशवाद के नाम से जाना जाता है. अंग्रेजों ने भारत पर आर्थिक शोषण, राजनीतिक उत्पीड़न, और सांस्कृतिक साम्राज्यवाद किया. हालांकि, उन्होंने भारत में कई नए उद्योगों की स्थापना भी की और अर्थव्यवस्था को विकसित करने में मदद की, लेकिन इस बात में कोई दो राय नहीं कि अंग्रेजों ने भारत के संसाधनों और धन संपदा को जमकर लूटा.

About jagatadmin

Check Also

सबकी बल्ले-बल्ले, लेकिन इन लोगों की जेब होगी ढीली, जानिए किन-किन चीजों पर लगेगा 40 फीसदी वाला ‘स्पेशल GST’

दिपावली से पहले बुधवार को जीएसटी का स्लैब कम कर केंद्र सरकार ने लोगों को …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *