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पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने बुधवार को अयोध्या में भाजपा की हार पर कहा कि किसी भी तपस्थली को पर्यटन का केंद्र बना दिया जाय तो तपस्थली भोगस्थली बन जाती है। शंकराचार्य ने कहा कि मोदी व योगी ने अयोध्या का बहुत विकास किया पर, अयोध्या को पर्यटन का केंद्र बनाकर चुनाव लड़ा तो अयोध्यावासियों ने इसका जवाब दे दिया।
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झूंसी स्थित शिवगंगा आश्रम में प्रवास कर रहे शंकराचार्य ने हिन्दू राष्ट्र संगोष्ठी में कहा कि रामजी वनवास के दौरान जहां-जहां गए, भाजपा वहां चुनाव हार गई। इस पर सरकार को विचार करना चाहिए कि विकास किसको कहते हैं और कहां किस प्रकार का विकास करना चाहिए। विकास के नाम पर विनाश पर्यटन केंद्र बनाए जा रहे है। उन्होंने आगे कहा कि विकास के नाम पर व्यक्ति अत्यंत सुविधाभोगी हो गया है जिससे उसकी बुद्धि कुंद होती जा रही है। दायित्व का उपभोक्ता नहीं बनना चाहिए अपितु दायित्व का निर्वाह करना चाहिए। ऐसा न करने पर विसंगति आ जाती है।
इस अवसर पर शंकराचार्य के निजी सचिव निर्विकल्पानंद सरस्वती, प्रफुल्ल ब्रह्मचारी, ऋषिकेश ब्रह्मचारी, रामकैलाश पांडेय, अशोक शुक्ला, नरेंद्र देव त्रिपाठी, उमेश शुक्ला, केएन पांडेय, पवन, विमल, अंजनी, आयुष सिंह, सत्यम शुक्ला, बीपी सिंह, मुन्ना सिंह, सुरेंद्र पांडेय, दीपक शुक्ला, विवेक मिश्र आदि उपस्थित रहे।
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