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लखनपुर: अनुकंपा नियुक्ति मिलने के बाद महिला अपने पति और बच्चे को छोड़कर चली गई। आश्चर्य की बात तो यह है कि पति ने उसकी नौकरी को भी फर्जी तरीके से मिलने का आरोप लगाया है। लखनपुर विकासखंड के ग्राम तराजू के रहने वाले दीपक राजवाड़े ने मामले में आरोप लगाते हुए बताया है कि समुद्री बाई अनुविभागीय अधिकारी श्याम नहर उप संभाग क्रमांक एक अंबिकापुर में पत्र वाहक के पद पर कार्यरत थी।
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24 अगस्त 2018 को उसका निधन हो गया। स्वर्गीय समुद्री बाई के जीवित सात संतानें थी। सभी का विवाह भी हो गया था। मृत्यु उपरांत स्वर्गीय समुद्री बाई की छोटी पुत्री ने षडयंत्र पूर्वक सभी भाई बहन की सहमति बनाकर विवाहित होकर अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त कर ली। समुद्री बाई की सबसे छोटी पुत्री जो कि दीपक राजवाड़े की पत्नी है। अनुकंपा नियुक्ति को पाने के लिए शादीशुदा होते हुए भी सुलोचनी राजवाड़े ने खुद को कुंवारी बता कर फर्जी दस्तावेजो के माध्यम से षडयंत्र पूर्वक अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त कर ली।
मामले का पर्दाफाश तब हुआ जब नौकरी प्राप्त हाेने के बाद महिला दीपक राजवाडे और उसके बच्चे को छोड़कर चली गई। पति दीपक राजवाड़े ने आयुक्त सरगुजा सूरजपुर कलेक्टर व कार्यालय अभियंता जल संसाधन क्रमांक एक अंबिकापुर में इसकी शिकायत की है। अब तक मामले में किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई है। पति दीपक राजवाड़े आज भी पत्नी के वापस आने का इंतजार कर रहा है। दीपक राजवाड़े ने बताया की छोटी बच्ची को भरण पोषण करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
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