



आजाद पशु-पक्षी इंसानों को देखते ही चौकन्ने हो जाते हैं और उनसे दूर भागने लगते हैं. लेकिन सतारा में एक मोर को इंसानों की ऐसी लत लगी कि वह रोजाना सुबह एक ही जगह पर लोगों से मिलने आ जाता है.



आपने जानवरों और पक्षियों से लोगों के लगाव के कई मामले देखे और सुने होंगे, लेकिन सातारा में एक मोर कों इंसानों की लत लग गई है. मोर वैसे तो कई जगहों पर देखे जा सकते हैं, लेकिन जब लोग उनके करीब जाते हैं तो वो दूर भाग जाते हैं, लेकिन सतारा में अलग ही मामला देखने को मिला.
सातारा में कुछ लोग पंख फैलाए हुए मोरों के साथ सेल्फी ले रहे हैं और कुछ उनके साथ फोटो सेशन कर रहे हैं. यह मोर 50 लोगों से घिरा होने पर भी लोगों के साथ मस्ती करता रहता है. सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए आने वाले लोगों ने इस मोर का नाम मयूर रखा है. लोगों को देखकर मयूर अपने पंख फड़फड़ाता है और नाचने लगता है.
सतारा के अजिंक्य तराई किले के ऊंट गर्दन क्षेत्र में कई नागरिक सुबह की सैर के लिए आते हैं. ऐसी ही जगह पर एक मोर पिछले कई दिनों से रोजाना सुबह 7:30 बजे आ रहा है और अपने पंख फैलाकर लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहा है. मयूर नामक मोर के आगमन से पहले ही नागरिक यहां एकत्र होने लगते हैं. यहां आने के बाद हर कोई इस मोर को पूरे पंखों के साथ देखकर खुश हो जाता है.
मोर एक घंटे तक सभी लोगों के साथ उसी जगह पर रहता है और फिर वापस जंगल में चला जाता है. रोचक बात यह है कि पक्षी होने के बावजूद यह मोर समय का पाबंद है. यह अपने समय पर आता है और एक घंटे बाद जंगल में चला जाता है.
मोर हर दिन एक ही समय पर उसी जगह पर आता है इसलिए उसे देखने के लिए लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही है. भारत के राष्ट्रीय पक्षी मोर को सतारा के नागरिकों कीं लत लग गई है. सुबह की सैर पर आने वाले शहरवासियों को इसमें मजा आ रहा है.
सुबह की सैर के लिए आने वाली कुलकर्णी मैडम ने बताया कि जब इस मोर को एहसास हुआ कि उसे इन लोगों से कोई खतरा नहीं है, तो वह इन लोगों के बीच इंसान बन गया और उसे बहुत लाड़-प्यार भी मिल रहा है. दस-पंद्रह दिनों से मयूर नामक यह मोर अजिंक्यतारा की तलहटी में शाहोनगर क्षेत्र में आ रहा है.