



दुर्ग सिंधी कालोनी में 15 लाख रुपये की लूट हो गई। वारदात को मोटर साइकिल सवार तीन युवकों ने अंजाम दिया है। तीनों सीसी टीवी फुटेज में दिखाई दे रहे हैं। त्योहारी सीजन के दौरान हुई इस घटना से पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया है।



लूट की वारदात बैंक की हेड क्लर्क से हुई। हेड क्लर्क इंडियन बैंक संतराबाड़ी से रकम लेकर कसारीडीह ब्रांच जा रहा था।
इस दौरान मोटर साइकिल से पीछा कर रहे तीन युवकों ने उसे रोका तथा हथियार दिखाकर हेड क्लर्क की एक्टिवा सहित रकम ले भागे। इंडियन बैंक के हेड क्लर्क द्वारा स्कूटी में 15 लाख रुपये लेकर जाने को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे है कि इतनी बड़ी रकम बगैर सुरक्षा के किसने लेकर जाने की अनुमति दी।
लूट की यह वारदात इंडियन बैक कसारीडीह के हेड क्लर्क राहुल चौधरी के साथ हुई। राहुल चौधरी हमेशा की तरह बुधवार को भी कसारीडीह ब्रांच के लिए नकद रकम लाने संतराबाड़ी ब्रांच गया था। वहां 9.48 बजे
सिंधी कालोनी वाले रास्ते में मोटर साइकिल सवार तीन युवकों ने ओवरटेक करते हुए उसे रोका और धारदार हथियार दिखाकर डराते हुए एक्टिवा सहित 15 लाख रुपये नकद ले भागे। राहुल चौधरी ने अपने साथ हुई इस घटना की जानकारी अपने ब्रांच तथा मोहन नगर पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई।
पुलिस ने आसपास के सीसी टीवी फुटेज खंगाले। जिसमें तीनों युवक काले रंग की पल्सर मोटर साइकिल में दिखाई दे रहे हैं।बता दें कि त्यौहारी सीजन में इस तरह की घटना को लेकर पुलिस पहले से ही अलर्ट मोड पर थी। सभी प्रमुख बाजारों सहित शहर के विभिन्ना स्थानों पर पुलिस का पहरा बिठाया गया है।
उसके बावजूद शहर के भीड़ भरे इलाके में दिन दहाड़े हुई घटना ने दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। घटना के तुरंत बाद पुलिस ने शहर के चारों तरफ नाकेेबंदी कर दी। शहर को सील करने के बाद भी आरोपितों का कुछ पता नहीं चल पाया है।
पुलिस घटना स्थल के आसपास लगे सीसी टीवी फुटेज खंगाल रही है। कुछ स्थानों के फुटेज में मोटर साइकिल सवार तीन युवक दिखाई दे रहे हैं।
जिन्होंने बताया जा रहा है कि उस वक्त सड़क पर काफी हलचल थी। जिस स्थान पर लूट होना बताया जा रहा है, उस स्थान के पास ही गैरेज है। जहां 10 से 15 वर्कर काम करते हैं। घटना के वक्त सभी वहां मौजूद थे, तथा काम कर रहे थे, पर किसी ने भी किसी तरह के चिल्लाने की आवाज नहीं सुनी। इसलिए पुलिस दूसरे एंगल से भी घटना की जांच कर रही है।
लूट की जानकारी मोहन नगर पुलिस को स्वयं हेड क्लर्क ने दी। पुलिस ने आसपास के लोगों का बयान भी लिया, पर देर शाम तक पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा। यह भी पता नहीं चल पाया कि घटना को अंजाम देने के बाद लुटेरे किस ओर भाग निकले।