



रायपुर: छत्तीसगढ़ ड्रग्स तस्करी केस में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। ड्रग्स क्वीन नव्या मलिक के संपर्क में आए 850 रईसजादों से भी पूछताछ हो सकती है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि ड्रग्स रैकेट के पीछे होटल, पब- क्लब संचालकों और उनके मैनेजरों की बड़ी भूमिका है। इन्होंने युवतियों को ड्रग्स पैडलर्स के तौर पर इस्तेमाल किया।



पहले कराते थे दोस्ती
पूछताछ में आरोपी हर्ष आहूजा ने खुलासा किया है कि क्लब में आने वाले रईसजादों से पहले युवतियों की दोस्ती करवाई जाती थी। उसके बाद युवतियां इन युवाओं को ड्रग्स के लिए उकसाती थी। उसके बाद उन्हें अपना कंज्यूमर बना लेती थीं। नव्या मलिक और विधि अग्रवाल भी अपने ड्रग्स के कारोबार को ऐसे ही फैलाती थी।
हर्ष आहूजा ने खुलासा किया है कि इंटीरियर डिजाइनर नव्या मलिक और विधि अग्रवाल इस खेल में केवल एक मोहरा हैं उनके पीछे बड़ा गिरोह है। उसने पुलिस को बताया कि ड्रग्स रैकेट के पीछे दिल्ली, मुंबई और पंजाब के बड़े माफिया शामिल हैं।
कई रईसजादों के संपर्क में नव्या
नव्या मलिक होटल, पब और क्लब में रईसजादों से दोस्ती करती थी उसके बाद उन्हें ड्रग्स के लिए उकसाती थी। नव्या मलिक के फोन से कई रईसजादों के नंबर मिले हैं। इनमें से कोई विधायक का बेटा है तो कोई पूर्व मंत्री का। इसके अलावा शराब कारोबारी और दूसरे बड़े लोगों के बेटे भी शामिल हैं। हालांकि पुलिस ने अभी तक इनमें से किसी को गिरफ्तार नहीं किया है।
नव्या से ड्रग्स खरीदता था हर्ष आहूजा
पूछताछ में हर्ष आहूजा ने खुलासा किया है कि पहली बार उसने दिल्ली के मोनू विश्नोई से ड्रग्स मंगवाई थी। उसके बाद वह नव्या से ड्रग्स खरीदता था। हर्ष आहूजा के खुलासे के बाद पूरे सिंडिकेट खुलासा हुआ है। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। हर्ष आहूजा, नव्या मलिक का पड़ोसी था।