



रायपुर: देश का 79वां स्वतंत्रता दिवस समारोह कार्यक्रम रायपुर के पुलिस ग्राउंड में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय तिरंगा झंडे का ध्वजारोहण किया। जिसके बाद सीएम साय परेड में सलामी ली। उसके बाद राज्य की जनता को संबोधित किया। अपने भाषण के दौरान उन्होंने प्रदेश में चल रही विकास योजना का जिक्र किया।



वीर शहीदों को किया नमन
मुख्यमंत्री साय ने 79वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के मंच से छत्तीसगढ़ में स्वतंत्रता संग्राम के दौरान हुए परालकोट विद्रोह को याद किया और कहा कि इस विद्रोह को 200 वर्ष पूरे हो गए हैं। इस दौरान उन्होंने शहीद वीर नारायण सिंह, सोनाखान विद्रोह, वीर सिपाही हनुमान सिंह, शहीद यादव राव, भूमकाल विद्रोह आदि को याद कर शहीदों को नमन किया।
सेना के शौर्य का सराहा
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना की ओर से चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र किया। जिसमें उन्होंने भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम की बात कही। सीएम ने अपने भाषण में भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था का वर्णन भी किया और बताया भारत विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थ व्यवस्था बन गया है।
भारत का तिरंगा अंतरिक्ष में लहराया
भारत के अंतरिक्ष मिशन को लेकर भी सीएम ने अपने भाषण में चर्चा की थी। उन्होंने चंद्रयान की सफलता और चंद्रमा के दक्षिणी भाग पर भारत के सफलता पूर्वक लैंडिंग की प्रशंसा की। साथ ही हाल हीं में अंतरिक्ष से लौटे भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला के बारे में भी कहा। उन्होंने कहा कि शुभांशु ने अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में भारत का तिरंगा लहरा दिया।
लोकल फार वोकल की शुरुआत
79वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में लोकल फार वोकल की शुरुआत हुई। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्वदेशी अपनाने और आत्मनिर्भर भारत-छत्तीसगढ़ के निर्माण की ओर जाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हर नागरिक देशभक्ति की भावना से स्वदेशी वस्तु खरीदे, एमएसएमई अपनी गुणवत्ता बनाए रखें, किसान पर्यावरण-अनुकूल खेती अपनाएं यही आत्मनिर्भरता की नींव है।
वोकल फार लोकल को राज्य की प्राथमिकता बताते हुए उन्होंने कहा कि स्थानीय कारीगरों, बुनकरों को रोजगार मिलेगा, टैक्सटाइल क्षेत्र में वैश्विक पहचान बनेगी, और उत्पादों को ‘लोकल फॉर ग्लोबल’ के विजन से वैश्विक मंच मिलेगा। उन्होंने राष्ट्रभक्ति की भावना को उद्घाटित करते हुए स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान को ‘स्वतंत्रता का उजाला’ करार दिया।
छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव’ का उद्घाटन
साय ने छत्तीसगढ़ राज्य की 25वीं वर्षगांठ के रूप में आयोजित ‘छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव’ का उद्घाटन किया और यह ऐलान किया कि रायपुर में शीघ्र ही पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू होगी। उन्होंने अपील की कि जन-जन की सहभागिता से ‘विकसित छत्तीसगढ़’ का सपना साकार करें—यह परिपाटी है अटल बिहारी वाजपेयी जैसे आदर्श नेतृत्व की, जिनके जन्मशताब्दी वर्ष को “अटल निर्माण वर्ष” के रूप में मनाया जा रहा है।
भाषण के कुछ महत्वपूर्ण बिंदू
- उन्होंने “जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, और अब… जय अनुसंधान।” मंत्रोच्चारण कर विभिन्न क्षेत्रों में जीरो डिफेक्ट—जीरो इफेक्ट जैसे नवाचारों का आवाह्न भी किया गया।
- जलवायु-संकट को पार करने हेतु रसायन मुक्त, प्राकृतिक खेती की दिशा में कदम उठाए जाने पर बल दिया, जिससे पारिस्थितिक समृद्धि और मानव स्वास्थ्य दोनों संवर्धित हों।
- स्वतंत्रता संग्राम और जनजातीय नायकों को स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री ने परलकोट विद्रोह के 200 वर्षों, वीर नारायण सिंह, गुंडाधुर जैसे यायावर वीरों को नमन किया।
- एक नवंबर 2000 को राज्य गठन की झलक में उन्होंने “एक विकसित, आत्मनिर्भर और समावेशी छत्तीसगढ़” का आत्मविश्वासपूर्ण संदेश दोहराया।
“विकसित भारत–विकसित छत्तीसगढ़” की आकांक्षा के साथ महत्वाकांक्षी योजनाएं
- मुख्यमंत्री नगरोत्थान योजना
- बस्तर और सरगुजा में ग्रामीण बस सेवा योजना
- एमएसएमई प्रोत्साहन और स्किल इंडिया पहल
- रायपुर में शीघ्र ही पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू होगी
- नवा रायपुर में एजुकेशन सिटी एवं मेडिसिटी
- स्टार्टअप व निवेश केंद्रित नीतियाँ
- के साथ जनता से मिलकर आगे बढ़ने का भरोसा जताया।
स्वतंत्रता दिवस की पावन बेला में मुख्यमंत्री का यह संदेश स्पष्ट रहा—”विकसित भारत, विकसित छत्तीसगढ़” का सपना जन-भागीदारी से ही पूर्ण होगा।