



बीजापुरः जिले में 15 अगस्त के पहले नक्सल विरोधी अभियान के तहत सुरक्षा बलों ने बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने पामेड़ और तर्रेम थाना क्षेत्रों में संयुक्त कार्रवाई करते हुए माओवादियों को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। इसमें नक्सली स्मारक को ध्वस्त करना और भारी मात्रा में हथियार बरामद करना शामिल है।



दरअसल, थाना पामेड़ क्षेत्र के उड़तामल्ला जंगल में नक्सलियों ने नक्सली स्मारक बनाया गया था। इसको कोबरा 208, सीआरपीएफ 228 और जिला सुकमा के कोबरा 203 की संयुक्त टीम ने ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई गुंडराजगुड़ेम, बड़सेनपल्ली, मंगलतोर और उड़तामल्ला क्षेत्र में चलाए गए विशेष अभियान के दौरान की गई।
नक्सलियों के छुपाए हथियार जब्त
सुरक्षाबलों की दूसरी कार्रवाई थाना तर्रेम क्षेत्र में की गई। इसमें जिला बल और सीआरपीएफ की 170वीं बटालियन की संयुक्त टीम ने कोमटपल्ली के जंगल और पहाड़ी इलाकों में सघन सर्चिंग अभियान चलाया। इस दौरान नक्सलियों का छिपाया गया हथियार और विस्फोटक का डम्प बरामद हुआ। बरामद सामग्री में भरमार बंदूक, बीजीएल राउंड व पार्ट्स, रॉड, विस्फोटक सामग्री (PEK, यूरिया, इलेक्ट्रिक वायर), एम्युनेशन पाउच, विभिन्न आकार के प्रेशर कुकर, आरी ब्लेड और स्पीकर शामिल हैं। यह सामान बड़े चट्टानों के बीच छिपाकर रखा गया था।
ट्रेनिंग कैंप नष्ट, ग्रामीणों में बढ़ा भरोसा
अभियान के तहत नक्सलियों के स्मारक, अस्थायी और ट्रेनिंग कैंप को भी नष्ट किया गया है। अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई नक्सलियों के नेटवर्क को कमजोर करने में दिशा में अहम साबित होगी। वहीं, सुरक्षा बलों ने बताया कि क्षेत्र में गश्त और सर्चिंग अभियान लगातार जारी है। इससे ग्रामीणों में सुरक्षा का भरोसा बढ़ा है। बलों ने साफ किया कि शांति और सुरक्षा कायम रखने के लिए अभियान और भी तेज किया जाएगा।