



रायपुर: छत्तीसगढ़ में हुए 140 करोड़ रुपये के कस्टम मिलिंग घोटाले में बुधवार को आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) ने रायपुर सेंट्रल जेल में बंद शराब घोटाले के आरोपी रिटायर्ड आइएएस अनिल टुटेजा और होटल कारोबारी अनवर ढेबर को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों को विशेष कोर्ट में पेशकर पूछताछ के लिए पांच दिन की रिमांड पर लिया गया है।



जानकारी के अनुसार कस्टम मिलिंग घोटाले में मार्कफेड के पूर्व एमडी मनोज सोनी और मिलर्स एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष रोशन चंद्राकर की गिरफ्तारी ईडी (प्रर्वतन निदेशालय) ने पिछले साल की थी। फिलहाल मनोज सोनी हाई कोर्ट से अग्रिम जमानत पर बाहर है। ईओडब्ल्यू ने इस मामले में रिटायर्ड आइएएस अनिल टुटेजा और अनवर ढेबर की संलिप्तता पाए जाने पर बुधवार को दोनों को प्रोडक्शन वारंट पर विशेष न्यायालय में पेशकर गिरफ्तार किया। कोर्ट ने दोनों को 14 जुलाई तक रिमांड पर भेज दिया।
यह है मामला
कस्टम मिलिंग योजना के तहत राज्य सरकार द्वारा किसानों से धान खरीदा जाता है। इसे चावल में बदलने के लिए मिलर्स को दिया जाता है। इस प्रक्रिया में मिलर्स को भुगतान किया जाता है, जो कि सरकारी फंड से होता है। आरोप है कि इस प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर धांधली कर फर्जी भुगतान किए गए।
आरोप है कि राज्य में 140 करोड़ रुपए की अवैध वसूली की गई। इसमें अफसरों से लेकर मिलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी शामिल हैं। ईडी ने भी इस मामले में मनी लान्ड्रिंग के तहत मामला दर्ज किया था।