ताज़ा खबर
Home / bhilai / पीएम आवास योजना में हुए अवैध कब्जे को मुक्त कराया गया

पीएम आवास योजना में हुए अवैध कब्जे को मुक्त कराया गया

भिलाईनगर। प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत भागीदार में किफायती आवास ए.एच.पी. के 3709 स्वीकृत आवास का निर्माण निगम भिलाई के विभिन्न 15 स्थानो पर किया जा रहा है। रजत बिल्डर्स से इडब्लूएस के लिए प्राप्त भूमि पर 36 आवास निर्माण किया गया है। जो निकाय के अंतर्गत आवास निर्माण के 15 स्थलो में से एक है। रजत बिल्डर्स में निर्मित 36 आवास मे से 4 आवास में विगत 3 साल, 1 आवास में 6 माह एवं 1 आवास में 3 माह से अतिक्रमण किया गया था। जिसकी शिकायतें मिली थी। कलेक्टर सुश्री रिचा प्रकाश चैधरी ने इसका संज्ञान लेते हुए नव नियुक्त आयुक्त बजरंग दुबे को शीध्र निराकरण करने को कहा।

 

आयुक्त स्वयं प्रधानमंत्री आवास योजना के अधिकारियो को लेकर रजत बिल्डर्स में निर्मित मकानो का मौका निरीक्षण किये। उन्होने संबंधित आवासो को खाली कराने का आदेश जोन आयुक्त को दिये। उसी तारत्मय में दिनांक 02.10.2024 को जिला दण्डाधिकारी, पुलिस बल एवं नगर निगम भिलाई की संयुक्त टीम द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गई। संयुक्त अभियान के तहत सभी 6 अतिक्रमण कारियो से आवास को खाली करवाया गया। ज्ञात हो कि रजत बिल्डर्स में निर्मित आवासो का आबंटन लाटरी के माध्यम से दिनांक 03.10.2024 को नगर निगम भिलाई के मुख्य कार्यालय सुपेला में सुबह 11ः00 बजे से होना था। अवैध कब्जा रिक्त होने के बाद आबंटन की प्रक्रिया यथावत किया जाएगा।

 

अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही शांति पूर्वक किया गया। सभी अतिक्रमणकर्ता को पूर्व में उनको 4 बार नोटिस दिया जा चुका था। कल दिनांक 01.10.2024 को आयुक्त दुबे के निर्देशानुसार 24 घंटे के अंदर आवास रिक्त करने का अंतिम नोटिस दिया गया था। संयुक्त टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर सभी अतिक्रमण कारियो से प्रधानमंत्री आवास के मकानो को रिक्त कराया गया है। इस कार्य में एसडीएम, तहसीलदार, पुलिस प्रशासन से सीएसपी, टीआई, पुलिसबल एवं नगर निगम भिलाई के राजस्व विभाग, प्रधानमंत्री आवास योजना के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

About jagatadmin

Check Also

शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़।

शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़। दो फर्जी …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *