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रायपुर ; छत्तीसगढ़ की एसकेएस पॉवर जनरेशन की तरफ से किए गए 5717 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी मामले में सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की है. वहीं सीबीआई ने देश में 14 ठिकानों पर छापेमारी की है. तलाशी के दौरान आपत्तिजनक दस्तावेज एवं सामग्रियों मिली है, जिसे जब्त किया गया. इस मामले में सीबीआई की जांच जारी है. इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर दर्ज एफआईआर के आधार पर सीबीआई ने आरोप लगाया है कि एसकेएस इस्पात एंड पावर लिमिटेड (एसकेएसआईपीएल) की तरफ से प्रवर्तित कंपनी ने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), एलएंडटी इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस लिमिटेड, पीटीसी इंडिया फाइनेंस लिमिटेड और स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर से 6,170 करोड़ रुपये का ऋण लिया था,
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जिसके परिणामस्वरूप 5717 करोड़ रुपए का भुगतान नहीं किया. एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि एक साजिश के तहत आरोपियों ने खुद को समृद्ध बनाने के लिए गलत इरादे से फर्जी कंपनियों का उपयोग करके फर्जी शेयर लेनदेन के माध्यम से बैंक फंड को जानबूझकर इधर-उधर और राउंड-ट्रिप किया. एफआईआर में ये भी आरोप लगाया गया है कि फर्जी कंपनियों के माध्यम से ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स और बरमूडा के ब्रिटिश ओवरसीज टेरिटरीज में लोन के पैसे भेजे गए थे. इस मामले में कार्रवाई करते हुए सीबीआई ने मुंबई, कोलकाता, रायपुर, भुवनेश्वर, त्रिची में छापेमारी की. छापेमारी में कई दस्तावेज और सामान जब्त किए गए हैं.
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