



बिलासपुर: न्यायधानी बिलासपुर से एक वीडियो सामने आया है जिसमें ट्रैफिक पुलिस यातायात नियमों का हवाला देकर आम जनता से वसूली करते नजर आ रहा है. इस वीडियो में आप देख सकते है वाहन चेकिंग के नाम पर लोगों से पैसे मांगते और डिजिटल पेमेंट कराते हुए आरक्षक नजर आ रहा है. खास बात यह है कि वह भुगतान अपने खाते में नहीं बल्कि फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले व्यापारियों के QR कोड पर करवा रहा था, बाद में उनसे नकद पैसा लेता था. बिलासपुर ट्रैफिक विभाग के नगर सैनिक सुशील पांडेय का अवैध वसूली करते हुए एक वीडियो वायरल हुआ है.



डिजिटल पेमेंट से बचने की कोशिश
सुशील पांडेय ट्रैफिक थाने में तैनात था और हाल ही में उसकी ड्यूटी देवकीनंदन चौक पर लगाई गई थी. वहां वह यातायात नियमों के उल्लंघन का बहाना बनाकर बाइक सवारों को रोकता और चालान की धमकी देकर उनसे पैसे ऐंठता था. पैसे का लेनदेन सीधा न हो, इसके लिए वह QR कोड से डिजिटल पेमेंट करवा रहा था ताकि उसकी वसूली पर किसी की सीधी नजर न पड़े.
व्यापारियों के QR कोड का दुरुपयोग
मामला तब गंभीर हो गया जब सुशील पांडेय ने चौक के व्यापारियों के QR कोड का दुरुपयोग करना शुरू कर दिया. व्यापारी जब इसका विरोध करने लगे, तो पांडेय ने उन्हें दुकान बंद कराने की धमकी दी. एक महिला दुकानदार ने बताया कि वह रोजाना इसी तरह से 4-5 हजार रुपये का जुर्माना बताता था, लेकिन 400-500 रुपये लेकर मामला रफा-दफा करने की पेशकश करता था.
वायरल वीडियो के बाद ट्रैफिक विभाग की कार्रवाई
वीडियो वायरल होने के बाद बिलासपुर ट्रैफिक विभाग ने तत्काल कार्रवाई की. एसपी रजनेश सिंह ने ट्रैफिक ASP नीरज चंद्राकर को इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं. फिलहाल, सुशील पांडेय को चौक की ड्यूटी से हटाकर ऑफिस में तैनात कर दिया गया है. ASP चंद्राकर ने बताया कि वीडियो की सत्यता की जांच की जा रही है और अगर आरोप सही पाए गए तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.