



“सिमटी बाहों को खोल गरूड़ उड़ने का अब अंदाज बदल’’ ।
ऊँचाइयों को छूने के इसी नए अंदाज के साथ शारदा विद्यालय, रिसाली में स्वतंत्रता दिवस समारोह धूमधाम से मनाया गया। हर घर तिरंगा का संकल्प लिए विद्यार्थियों का उत्सव देखते ही बनता है। नियत समय पर मुख्य अतिथि संजय ओझा (डायरेक्टर शकुन्तला ग्रुप ऑफ स्कूल्स ) के आगमन के साथ ही विद्यालय वंदे मातरम् के नारे से गूँज उठा। ध्वजारोहण के साथ राष्ट्रगान गाया गया । भारत की संगठित शक्ति की अमरता की सोच के साथ तिरगें गुब्बारों को आकाश की ऊचाइयाँ छूने के लिए हवाओं के सुपुर्द किया गया।
विकसित भारत की सोच और उद्देश्य के साथ श्री संजय ओझा (डायरेक्टर शकुन्तला ग्रुप ऑफ स्कूल्स) ने भी विद्यार्थियों एवं उनके पालकों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई दी।
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि आज भारत का नया चेहरा विश्व के समक्ष है। भारत तरक्की की करवट ले रहा है। आज नया भारत युवा सोच के साथ हर दिशा में प्रगति कर रहा है। बस आवश्यकता है, उस प्रतिबद्धता की जब हर युवा अपनी कामयाबी को देश की तरक्की के साथ जोड़कर देखेगा। कर्त्तव्य परायणता भारत की नींव है। कार्यक्रमों की श्रखला में सर्वप्रथम विद्यालय के नन्हें – मुन्नों ने नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति दी। छात्र तेजस साहू ने देशभक्ति की कविता प्रस्तुत की विद्यालय के प्राथमिक,माध्यमिक, तथा उच्च माध्यमिक विभाग के विद्यार्थियों द्वारा देश के वीर जवानों को नृत्य के माध्यम से भावभनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
विद्यालय प्राचार्या सुतापा सरकार के अपने उद्बोधन में कहा कि आज भारत आत्मनिर्भर तो है ही साथ ही धरती तो क्या अंतरिक्ष में भी अपना परचम लहरा रहा है। वह दिन दूर नहीं जब भारत तकनिकी क्षेत्र में भी दूसरे देशों से आगे होगा। उन्होंने विद्यार्थियों के संघर्ष तथा अपने कार्यो के प्रति पूर्णतः समर्पित और अनुशासित रहने की अपील की।
कार्यक्रम का समापन खेल कप्तान प्रगति ओझा द्वारा किया गया। समापन पर मुख्य अतिथि ने विद्यार्थियों को मिठाइयाँ बाँटी। संचालन छात्र अनुराज पिल्लै तथा छात्रा सिद्धी ने किया।
इस स्वर्णिम अवसर पर चेयरमैन स्कूल मैनेजिंग कमेटी विपिन ओझा, विद्यालय मैनेजर ममता ओझा , उपप्राचार्य रूद्रकांत झा, हेडमिस्ट्रेस पुष्पा सिंह, सीनियर मिस्ट्रेस श्रेष्टी राव, गतिविधि प्रभारी पूजा बब्बर, प्रतीक ओझा, वनिता तिवारी ने विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया ।