



दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में पुलिस ने 10 करोड़ की ऑनलाइन ठगी और साइबर फ्राड के अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने महाराष्ट्र के पालघर से दो और गुजरात से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने डिजिटल अरेस्ट के नाम पर फर्जी व्हाट्सएप कॉल से डरा धमकाकर रकम लूटी थी। आरोपियों के पास से 1 लाख रूपयर नगद, एटीएम, बैंक पास बुक, शील कंपनी की फर्जी सील जब्त की गई है।



मिली जानकारी के अनुसार, दंतेवाड़ा पुलिस ने साइबर ठगी के एक हाई-प्रोफाइल केस का पर्दाफाश करते हुए महाराष्ट्र के पालघर से दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इससे पहले इस प्रकरण में गुजरात से तीन आरोपियों को पकड़ा गया था। कुल 10 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की गई थी, जिसमें किरंदुल निवासी एनएमडीसी कर्मचारी से अकेले 28 लाख रुपये की ठगी हुई थी। आरोपियों ने डिजिटल अरेस्ट के नाम पर फर्जी व्हाट्सऐप कॉल कर प्रार्थी को डराया कि मुंबई में उसके नाम से मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज है। केस सुलझाने के नाम पर रकम ट्रांसफर कराई गई।

आरोपियों के पास से कई दस्तावेज बरामद
एसपी गौरव राय के निर्देशन में एएसपी आर.के. बर्मन, एसडीओपी कपिल चंद्रा और नोडल अधिकारी डीएसपी ठाकुर गौरव सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने साइबर फॉरेंसिक की मदद से आरोपी अर्पित सिंह व सूरज चौहान को पालघर (महाराष्ट्र) से गिरफ्तार किया। आरोपियों के पास से मोबाइल, चेकबुक, एटीएम, पैन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर आईडी, कंपनी की सील, 1 लाख रुपये नकद सहित शैल कंपनी के दस्तावेज जब्त किए गए हैं। वहीं ठगी की सूचना तुरंत देने के लिए हेल्पलाइन 1930 पर देने की अपील भी की है।