



आपका नाम स्वीटी सहरावत है , आप 2019 बैच की IPS अधिकारी हैं , आप वर्तमान में पटना सेंट्रल के SP पद पर आसीन हैं , आपका एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें आप कह रही है कि छात्रों पर कोई लाठी नहीं चली, लेकिन कई अन्य वीडियो में देखा जा सकता है, कि किस तरह बिहार पुलिस ने छात्रों के शरीर में भीमबेटका वाली कलाकृतियां उभार दी हैं , पिछले वर्ष आप खूब चर्चा में थी जब पूर्व डीजीपी कुछ शिकायतें लेकर आपके घर पहुंच गए थे , तब आपने उनसे घर को पर्सनल स्पेस बताया था और ऑफिस में मिलने को बोला था ,इसका मतलब आपको इंडिविजुअल राइट्स की बहुत जानकारी है , फिर जिन बच्चों पर लाठियां चली हैं क्या उनके कोई अधिकार नहीं हैं ? क्या जहां वे आंदोलन कर रहे थे वहां से कोई रैली निकलनी थी ? क्या वहां ट्रैफिक जाम हो रखा था ? क्या वो उपद्रव कर रहे थे ? जिस तरह आप वहां खूब हीरोगिरी दिखा रही थी क्या बच्चे नक्सली या आतंकवादी थे , क्या उसकी सच में जरूरत थी ? लेकिन रानी यही तो करती है , आंसर राइटिंग और इंटरव्यू में खूब आदर्शवादी बातें करके आखिरी पड़ाव तक पहुंचती है, और फिर लोगों के अधिकारों को ताक पर रखकर हीरो बनने की कोशिश करती है और अपने एक्शन से लोगों को विचलित कर देती है ,ये होती है रानी वाली क्वालिटी।


