






इसे लेकर कई बार रघुनंदन के स्वजन से शिकायत की गई। कुछ महीने पहले स्वजन ने लड़की को इब्राहिमपुर से मुंबई भेज दिया। वहां उसके भाई रहकर काम करते हैं। तीन माह पहले रघुनंदन भी मुंबई चला गया। वहां से वह अपने साथियों के पास पुणे चला गया।
दोबारा पुणे से मुंबई गया था रघुनंदन
उसी दिन सात टुकड़ों में काटकर रघुनंदन की हत्या कर दी गई। इसके बाद शव को ठिकाने लगा दिया गया। उसे बोरी में बंद कर फेंक दिया गया।
हाथ पर बने टैटू से हुई पहचान
- युवक के हाथ पर बना आरए टैटू पहचान में मददगार साबित हुआ। टुकड़े-टुकड़े बरामद शव को लेकर भायंदर पुलिस ने जांच शुरू की।
- इस दौरान जानकारी मिली कि ऑटो से एक शव को ठिकाना लगाने के लिए कहीं ले जाया गया है। पुलिस ने जांच के क्रम में ऑटो चालक को पकड़कर पूछताछ की तो मामला सामने आया।
- ऑटो चालक के बयान के आधार पर पुलिस हत्यारोपियों तक पहुंची। पीड़ित युवक के स्वजन ने बहेड़ा थाना क्षेत्र के इब्राहिमपुर निवासी लड़की के चार भाइयों और दो महिलाओं पर हत्या में संलिप्त होने का आरोप लगाया है।
दवा की दुकान में काम करते हुआ था प्रेम
दूसरे समुदाय के होने के कारण लड़की स्वजन इसे स्वीकार नहीं पा कर रहे थे। इस संबंध में बहेड़ा थानाध्यक्ष चंद्रकांत गौरी ने बताया कि कुछ दिन पहले मुंबई पुलिस ने रघुनंदन पासवान के अपहरण के संबंध में जानकारी दी थी। उसकी हत्या के संबंध में अभी कोई जानकारी नहीं मिली है।